लाल किले के पास हुआ धमाका ‘अत्याधुनिक’, फॉरेंसिक रिपोर्ट ने खोले कई राज

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नई दिल्ली, 11 नवंबर 2025 — राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास 10 नवंबर की शाम 6:52 बजे हुए जोरदार धमाके ने पूरे देश को झकझोर दिया। एक सफेद Hyundai i20 कार में हुए इस विस्फोट से कई लोग घायल हुए और आसपास की गाड़ियों व दुकानों को नुकसान पहुंचा। धमाके के बाद अफरातफरी का माहौल बन गया और मौके पर पुलिस, एनएसजी और एनआईए की टीमें पहुंचीं। शुरुआती जांच से यह साफ हो गया है कि यह कोई साधारण घटना नहीं बल्कि तकनीकी रूप से अत्याधुनिक और योजनाबद्ध हमला था।

फॉरेंसिक जांच की प्रारंभिक रिपोर्टों में बताया गया है कि कार में इस्तेमाल किया गया विस्फोटक अत्यधिक शक्तिशाली था और इसे रिमोट-डिवाइस या टाइमर मैकेनिज्म से ट्रिगर किया गया था। घटनास्थल से डेटोनेटर, तार, बैटरी सेल और सर्किट बोर्ड के कुछ टुकड़े बरामद हुए हैं, जिससे विशेषज्ञों को यह संकेत मिला है कि धमाका बेहद सटीक तकनीकी तैयारी के साथ किया गया था। जांच एजेंसियां इसे “अत्याधुनिक धमाका” बता रही हैं, क्योंकि इस तरह की तकनीक आम तौर पर आतंकी हमलों में ही देखी जाती है।

जांच एजेंसियों ने यह भी पाया है कि जिस कार में धमाका हुआ, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर और स्वामित्व विवरण संदिग्ध है। दस्तावेज़ों के अनुसार कार हाल ही में बेची गई थी, लेकिन खरीदार का कोई स्पष्ट रिकॉर्ड नहीं मिला है। पुलिस ने अब तक कई जगहों पर छापेमारी कर कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है। सूत्रों के अनुसार, इस धमाके के पीछे किसी आतंकी मॉड्यूल या अंतरराज्यीय गैंग के होने की आशंका है।

फॉरेंसिक टीमों के साथ-साथ एनआईए और आईबी भी इस हमले की दिशा में जांच कर रही हैं। सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल टावर डेटा और इलाके के डिजिटल सर्विलांस रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। प्रारंभिक फुटेज में धमाके से कुछ मिनट पहले कार के पास दो संदिग्धों की मौजूदगी की बात सामने आई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस हमले को कई सप्ताह की योजना और तकनीकी तैयारी के बाद अंजाम दिया गया होगा।

गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस ने मौके का मुआयना कर रिपोर्ट तलब की है। केंद्रीय गृह मंत्री ने जांच एजेंसियों को हर संभव सहयोग और खुली जांच का निर्देश दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक बुलाई और प्रभावित परिवारों को सहायता का भरोसा दिलाया है। राजधानी के सभी प्रमुख स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, खासकर रेलवे स्टेशन, मेट्रो और भीड़भाड़ वाले बाज़ारों में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है।

धमाके में घायल लोगों का इलाज एलएनजेपी, लोक नायक और आरएमएल अस्पतालों में चल रहा है। पुलिस ने अब तक आठ मृतकों की पहचान की है, जबकि कुछ की शिनाख्त प्रक्रिया जारी है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक धमाके की आवाज़ इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी, और मौके पर आग के बड़े गोले के साथ धुआं फैल गया।

फिलहाल फॉरेंसिक रिपोर्ट की विस्तृत जांच, विस्फोटक के रासायनिक विश्लेषण, सीसीटीवी ट्रैकिंग और संदिग्धों की पूछताछ जारी है। अधिकारियों ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है। जांच एजेंसियों का मानना है कि आने वाले दिनों में धमाके के पीछे का असली नेटवर्क और इसके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन सामने आ सकते हैं।

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