दिल्ली के लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुए भीषण विस्फोट ने पूरे शहर को दहशत में डाल दिया। बताया जा रहा है कि यह धमाका एक कार में हुआ, जिसके चलते आसपास के कई वाहनों में आग लग गई और लोग घायल हो गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में अब तक आठ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 घायलों की पहचान हो चुकी है। वहीं आठ अन्य घायलों की शिनाख्त का प्रयास जारी है। घायलों को तुरंत नज़दीकी लोक नायक जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल और अन्य चिकित्सा केंद्रों में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका उपचार जारी है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि कई घायल गंभीर स्थिति में हैं, जबकि कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि आस-पास की इमारतों की खिड़कियों के शीशे तक टूट गए। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं और कार के अवशेषों की बारीकी से जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनआईए और एनएसजी की टीमें जांच में जुट गई हैं। प्रारंभिक जांच में किसी आतंकी साजिश से इनकार नहीं किया गया है, हालांकि अधिकारियों ने कहा है कि सभी संभावनाओं की जांच की जा रही है।
इस हादसे के बाद दिल्ली और आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने लाल क़िला और चांदनी चौक इलाके के प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में गश्त तेज कर दी गई है और सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की जा रही है। राजधानी के प्रमुख परिवहन स्थलों और ऐतिहासिक धरोहरों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भी कहा कि घायलों को हर संभव सहायता दी जाएगी और राज्य सरकार अस्पतालों से लगातार संपर्क में है।
फिलहाल, प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह या अपुष्ट जानकारी पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जारी अपडेट पर भरोसा करें। जांच एजेंसियां फोरेंसिक रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जल्द ही अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेंगी। यह धमाका राजधानी की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़ा कर गया है और सरकार अब पूरे मामले की तह तक जाने के लिए हर स्तर पर जांच कर रही है।













