दिल्ली के ऐतिहासिक लालकिले के पास सोमवार शाम को हुए विस्फोट से पूरा इलाका दहल उठा। जानकारी के अनुसार, रेड फोर्ट मेट्रो स्टेशन के बाहर खड़ी एक कार में अचानक तेज धमाका हुआ, जिससे आसपास खड़ी कई अन्य गाड़ियां भी आग की चपेट में आ गईं। धमाका उस वक्त हुआ जब क्षेत्र में शाम की भीड़ थी, जिसके कारण अफरा-तफरी मच गई। राहत एवं बचाव दलों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक इस हादसे में कई लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जन भर से अधिक लोग घायल हुए हैं। फिलहाल घटना स्थल को सील कर दिया गया है और पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए गृहमंत्री अमित शाह से तत्काल स्थिति रिपोर्ट मांगी है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि यह एक बेहद दुखद घटना है और सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को जांच के सख्त निर्देश दिए हैं और कहा है कि “किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” गृह मंत्रालय ने एनआईए और एनएसजी की टीमें घटनास्थल पर भेज दी हैं, जो फॉरेंसिक जांच कर रही हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से गंभीर मामला बताया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि “दिल्ली में हुआ यह धमाका बेहद चिंताजनक है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं।” उन्होंने केंद्र सरकार से घटना की निष्पक्ष और त्वरित जांच की मांग की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट करते हुए लिखा, “यह बहुत दुखद और भयावह घटना है। सरकार और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हैं, घायलों को हर संभव मदद दी जा रही है।”
दिल्ली पुलिस ने बताया कि विस्फोट एक कार में हुआ जो मेट्रो स्टेशन के पास धीमी गति से खड़ी थी। धमाके के कारण आसपास की कई गाड़ियां और दुकानों के शीशे टूट गए। पुलिस, क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम घटनास्थल पर मौजूद हैं और सीसीटीवी फुटेज की मदद से हर एंगल से जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह दुर्घटनावश विस्फोट था या किसी साजिश का हिस्सा। सभी संभावनाओं को ध्यान में रखकर जांच जारी है।
प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और क्षेत्र से दूरी बनाए रखने की अपील की है। आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अन्य प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों पर भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब राजधानी में कई बड़े कार्यक्रम और राजनीतिक सभाएँ आयोजित हो रही हैं, इसलिए सुरक्षा एजेंसियाँ सभी संभावित सुरागों की गहराई से जांच कर रही हैं।
फिलहाल जांच एजेंसियाँ धमाके के कारणों का पता लगाने में जुटी हैं। केंद्रीय और राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा। फॉरेंसिक रिपोर्ट और सीसीटीवी विश्लेषण से आने वाले दिनों में यह स्पष्ट होगा कि धमाके के पीछे कौन-सी साजिश या तकनीकी वजह जिम्मेदार थी।













