जैन अनुष्ठान के दौरान चोरी हुआ 1 करोड़ का कलश हापुड़ में मिला — दिल्ली क्राइम ब्रांच का खुलासा

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नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में लाल किले के सामने आयोजित एक बड़े जैन धार्मिक आयोजन के दौरान चोरी हुई कीमती धरोहर का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उत्तर प्रदेश के हापुड़ से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और चोरी हुआ कलश बरामद कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि यह कलश शुद्ध सोने का था और उस पर कीमती रत्न जड़े हुए थे। इसका मूल्यांकन लगभग 1 करोड़ रुपये किया गया है।

घटना उस समय हुई जब लाल किले परिसर के बाहर आयोजित जैन अनुष्ठान में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। धार्मिक माहौल और भीड़-भाड़ का फायदा उठाकर आरोपी ने मंदिरनुमा पंडाल से सोना-हीरा जड़ा कलश उठा लिया और मौके से फरार हो गया। शुरू में किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी, लेकिन जैसे ही आयोजकों को चोरी की जानकारी हुई, पूरे कार्यक्रम में अफरा-तफरी मच गई। आयोजकों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति कलश लेकर जाते हुए दिखाई दिया। तकनीकी निगरानी और मोबाइल लोकेशन की मदद से पुलिस ने आरोपी की पहचान की और टीम को हापुड़ भेजा। वहां दबिश देकर पुलिस ने आरोपी भूषण वर्मा को गिरफ्तार किया और उसके पास से चोरी किया गया कलश भी बरामद कर लिया।

चोरी किया गया कलश धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण था। यह कलश न केवल जैन धर्म के लिए आस्था का प्रतीक था, बल्कि उस पर किए गए स्वर्ण और रत्नों के काम के कारण यह एक बेशकीमती धरोहर भी बन गया था। कलश का वजन करीब 760 ग्राम बताया गया है। उस पर हीरे, माणिक और पन्ना जैसे कीमती रत्न जड़े हुए थे, जिसके कारण इसकी कीमत करोड़ों में आँकी गई।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस वारदात में और लोग शामिल थे या यह पूरी तरह से अकेले अंजाम दी गई चोरी थी। पुलिस का मानना है कि आरोपी ने पहले से योजना बनाकर वारदात को अंजाम दिया और मौके की भीड़ का लाभ उठाकर आसानी से भाग निकला।

इस घटना ने धार्मिक आयोजनों और सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इतने बड़े आयोजन में जहां हजारों श्रद्धालु मौजूद थे, वहां सुरक्षा में इस तरह की चूक ने आयोजकों और प्रशासन दोनों की लापरवाही को उजागर कर दिया है। समुदाय से जुड़े लोगों का कहना है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना जरूरी है।

फिलहाल पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी कर ली है और आगे की जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि आरोपी के मोबाइल डेटा और कॉल रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं, जिससे चोरी के पीछे किसी संगठित गिरोह की संभावना की भी जांच की जा सके। जल्द ही अदालत में चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

यह मामला न केवल एक कीमती कलश की चोरी का है, बल्कि इससे यह भी उजागर होता है कि धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा इंतज़ाम कितने कमजोर हो सकते हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आरोपी की गिरफ्तारी ने भले ही राहत दी है, लेकिन इसने सुरक्षा व्यवस्था की खामियों की ओर भी ध्यान खींचा है।

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