प्रियांक खरगे का बयान चर्चा में: “पिता में है प्रधानमंत्री पद की क्षमता”

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

कर्नाटक की राजनीति में बढ़ती हलचल के बीच राज्य के मंत्री और कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि उनके पिता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे न सिर्फ़ कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद के योग्य हैं, बल्कि भविष्य में प्रधानमंत्री पद के भी मजबूत दावेदार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे का राजनीतिक अनुभव, संगठनात्मक पकड़ और जमीनी स्तर पर उनकी लोकप्रियता उन्हें किसी भी राष्ट्रीय ज़िम्मेदारी के लिए उपयुक्त बनाती है। प्रियांक का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएँ तेज हैं और कांग्रेस के भीतर कई वरिष्ठ नेता अपने-अपने राजनीतिक इरादे खुलकर सामने ला रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष तथा भाजपा इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि कांग्रेस एकजुट होकर निर्णय ले रही है और पार्टी नेतृत्व को लेकर किसी भी तरह की आंतरिक लड़ाई की आशंका बेबुनियाद है। वहीं कर्नाटक में राजनीतिक बैठकों, दिल्ली दौरों और शीर्ष नेतृत्व के साथ मुलाकातों ने अटकलों को और बढ़ाया है कि पार्टी राज्य में कुछ महत्वपूर्ण फैसले लेने की तैयारी में है।

प्रियांक के बयान के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर भी शुरू हो गया है। भाजपा नेताओं ने इसे कांग्रेस की “वंशवादी सोच” से जोड़ते हुए आलोचना की, जबकि कांग्रेस के कई नेताओं ने कहा कि पार्टी में नेतृत्व का चयन सामूहिक निर्णय और संगठन की प्रक्रिया के आधार पर होता है। इसके साथ ही मल्लिकार्जुन खरगे की राष्ट्रीय स्तर पर पकड़, विपक्षी गठबंधन में उनकी भूमिका और संसद में उनके अनुभव को ऐसे कारक बताया जा रहा है, जो भविष्य में उनके लिए किसी बड़ी जिम्मेदारी का रास्ता खोल सकते हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रियांक का यह बयान केवल एक व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं है, बल्कि कांग्रेस के संगठनात्मक भविष्य और 2029 की राष्ट्रीय राजनीति के संकेत भी दे सकता है। हालांकि, पार्टी की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक दावा नहीं किया गया है। फिर भी कर्नाटक की अंदरूनी हलचल और केंद्रीय नेतृत्व की गतिविधियाँ संकेत दे रही हैं कि आगामी महीनों में कांग्रेस के भीतर कई अहम राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।

Leave a Comment

और पढ़ें