नई दिल्ली, 19 नवंबर 2025: भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2025 के साझीदार स्टेट बिहार पवेलियन में आज अफगानिस्तान सरकार के उद्योग और वाणिज्य मंत्री अल्हाज नूरूद्दीन अजीजी ने अपने 25 सदस्यीय प्रतिनिधि के साथ पधारे एवं बिहार पवेलियन केंदीय हॉल में लगे बिहार संग्रहालय के प्रदर्शनी सहित मिथिला पेंटिंग एवं अन्य कला का अवलोकन किया तथा पवेलियन में लगे स्टालों का परिभ्रमण भी किया l अफगान के वाणिज्य मंत्री को बिहार पवेलियन के दीवारों पर लगे लोक कला एवं संस्कृति का पेंटिंग खूब पसंद आया l उन्होंने अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ मिथिला पेंटिंग के साथ फोटो भी खिंचवाए l वाणिज्य मंत्री एवं अफगान सरकार के प्रतिनिधि मंडल को उद्योग विभाग बिहार सरकार के अपर सचिव, विनोद कुमार सिंह द्वारा पवेलियन के मुख्य द्वार पर गुलदस्ता प्रदान कर स्वागत किया गया l इस अवसर पर बिहार पवेलियन निदेशक संजय कुमार सिंह सहित कई लोग मौजूद थे l

ट्रेड फेयर 2025 में बिहार पवेलियन के बिहार हैंडलूम और हैंडमेड उत्पादों ने लोगों का दिल जीत लिया। सबसे ज़्यादा चर्चा में रहीं कृष्णा देवी (गागरी पंचायत, घूनेशा गाँव, बिहार) जिनके 22 कैरेट गोल्ड फॉयल पेंटिंग ने हर किसी का ध्यान खींचा। वह अपनी पेंटिंग में सेमी-प्रेशियस स्टोन का भी इस्तेमाल करती हैं। खास बात यह है कि वह इस कला को आगे बढ़ाते हुए 15 महिलाओं और 20 पुरुषों को प्रशिक्षण दे रही हैं। कृष्णा देवी 12 साल तमिलनाडु में रहकर यह कला सीखती रहीं और लॉकडाउन के बाद बिहार लौटकर इस परंपरा को आगे बढ़ा रही हैं।
इसके साथ ही पटना (बिहट) के गगन गौरव का स्टार्टअप “क्राफ्टेज” भी आकर्षण का बड़ा केंद्र रहा। उनके बने अरोमा कैंडल्स कम धुआँ करते हैं, सुगंध में गहरे और काफी लंबे समय तक चलने वाले हैं। स्टॉल पर 200+ डिज़ाइन की कैंडल्स रखी गईं, जिनमें लिट्टी-चोखा कैंडल, लड्डू कैंडल, कपकेक कैंडल और कई फूड-लुक कैंडल्स ने पब्लिक को बेहद आकर्षित किया। इनकी कीमत 40 रुपये से 3000 रुपये तक है, और युवा उद्यमिता का शानदार उदाहरण माने जा रहे हैं। वहीं गया की मांती देवी भी इस बार के मेले की प्रमुख आकर्षण रहीं। वह अपनी पूरी तरह हैंडमेड और हैंडप्रिंटेड सिल्क कुर्तियाँ और साड़ियाँ लेकर आईं। पीढ़ियों से चली आ रही इस कला में उनका व्यक्तिगत स्पर्श और भावनात्मक जुड़ाव साफ दिखाई देता है। उनके शुद्ध सिल्क कुर्तियों की कीमत 2000 से 8000 रुपये तक है, और मेले में लोगों ने उनके डिज़ाइनों को बेहद पसंद किया। इस तरह, ट्रेड फेयर 2026 में बिहार की कला, संस्कृति और उद्यमिता ने एक बार फिर अपनी अलग पहचान बनाई और राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत उपस्थिति दर्ज की।
आम लोगों के लिए खुलते ही व्यापार मेला के फूड स्टॉल पर काफी भीड़ देखी गई l बिहार सरकार के फूड स्टॉल का संचालन इस बार उद्योग विभाग बिहार सरकार द्वारा जीविका दीदी को दिया गया है l यहां पर दीदी की रसोई के एवं श्रृष्टि फूड नाम से लगे स्टालों पर लिट्टी चोखा, अनरसा, लौंगलता, ठेकुआ का लोगों ने जमकर मजा लिया l














