आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू (ASR) ज़िले के मारेडुमिल्ली क्षेत्र में सुरक्षा बलों की कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी रही, जहां बुधवार सुबह तक सात माओवादी मारे जाने की पुष्टि हुई है। अधिकारियों के अनुसार, यह मुठभेड़ घने जंगलों वाले इलाके में उस समय हुई, जब पुलिस और ग्रेहाउंड्स की संयुक्त टीम ने पिछले दिन के अभियान से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज किया। लगातार दो दिनों से चल रही इस कार्रवाई में सुरक्षा बलों को इलाके में छिपे संदिग्ध माओवादी कैडरों की सटीक लोकेशन मिली, जिसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई और मारे गए सात माओवादियों के पास से हथियारों और अन्य सामग्रियों का महत्वपूर्ण जखीरा बरामद किया गया।
मारे गए माओवादियों की पहचान की प्रक्रिया जारी है, हालांकि पुलिस सूत्रों के अनुसार ये सभी सक्रिय कैडर थे, जो कई महीनों से सीमावर्ती जंगलों में ठिकाने बदलते हुए सुरक्षा बलों से बचने की कोशिश कर रहे थे। मौके से मिली सामग्री में हथियार, मैगज़ीन, गोलियां और विस्फोटक से जुड़ी वस्तुएँ शामिल हैं, जो इस बात का संकेत देती हैं कि नक्सलियों ने क्षेत्र में एक बड़े हमले या किसी संगठित गतिविधि की तैयारी कर रखी थी। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि पिछले 24 घंटों में लगातार जारी इस अभियान ने नक्सली नेटवर्क को गंभीर रूप से कमजोर किया है, विशेषकर उस बड़े ऑपरेशन के बाद जिसमें एक दिन पहले ही शीर्ष माओवादी कमांडर मदवी हिडमा के मारे जाने की खबर सामने आई थी।
इसी अभियान के क्रम में राज्य के कई शहरों—विजयवाड़ा, काकिनाडा, एलुरु और आसपास के इलाकों—में पुलिस ने बड़े पैमाने पर खोजबीन और छापेमारी की। इस दौरान 50 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें शहरी नेटवर्क से जुड़े लोग भी शामिल बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक पूछताछ में कुछ गिरफ्तार व्यक्तियों से नक्सलियों की सप्लाई चेन, संपर्क बिंदुओं और शहरी लॉजिस्टिक सपोर्ट से जुड़े महत्वपूर्ण इनपुट मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि कई गिरफ्तारियाँ ऐसे स्थानों से हुई हैं, जहाँ नक्सलियों के समर्थकों या सहानुभूति रखने वालों की गतिविधियों पर पहले से निगरानी रखी जा रही थी।
अधिकारियों का कहना है कि यह पूरा अभियान योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है और जंगलों के भीतर कई स्थानों पर अभी भी तलाशी जारी है। सुरक्षा बलों को आशंका है कि कुछ माओवादी कैडर घायल होने के बाद इलाके में फैले घने जंगलों की ओर भागे हो सकते हैं, इसलिए फोर्स ने सभी महत्वपूर्ण मार्ग और पहाड़ी पगडंडियों को सील कर दिया है। बरामद हथियारों और सामग्रियों की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी, ताकि उनके स्रोतों और नेटवर्क की पूरी जानकारी मिल सके। फिलहाल क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा के बीच ऑपरेशन को और विस्तारित किया जा रहा है, जबकि पुलिस ने स्थानीय निवासियों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की अपील की है।













