गोवा में नौसेना के जवानों के बीच दीपावली: पीएम मोदी ने कहा, “INS विक्रांत भारत की समुद्री शक्ति का प्रतीक”

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा के समुद्री तट पर भारतीय नौसेना के जवानों के साथ दीपावली का पर्व मनाया। यह आयोजन विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में किया गया, जो भारत की ओर से पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों के साथ मिठाइयाँ बाँटी और उनके साहस, समर्पण और देशभक्ति की सराहना की। उन्होंने जवानों से कहा, “आपकी सेवा और समर्पण से ही हमारा देश सुरक्षित है।” यह कार्यक्रम भारतीय नौसेना के प्रति प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन और सम्मान को दर्शाने के साथ-साथ जवानों के मनोबल को बढ़ाने का भी माध्यम बना।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय नौसेना के नवीनतम विमानवाहक पोत, INS विक्रांत का भी दौरा किया। उन्होंने इसे भारत की आत्मनिर्भरता और समुद्री शक्ति का प्रतीक बताया। INS विक्रांत को कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में निर्मित किया गया है और यह 2 सितंबर 2022 को भारतीय नौसेना में शामिल हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह युद्धपोत केवल एक सैन्य पोत नहीं है, बल्कि यह भारत की तकनीकी क्षमता और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। INS विक्रांत की सफलता ने यह साबित किया है कि भारत अब अपनी समुद्री सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक और आत्मनिर्भर संसाधनों पर भरोसा कर सकता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से हर वर्ष दीपावली सैनिकों के साथ मनाने की परंपरा शुरू की है। इससे पहले वे सियाचिन ग्लेशियर, डोगराई वॉर मेमोरियल, सुमडो, गुरेज सेक्टर, हर्षिल, राजौरी, जैसलमेर, नौशेरा, लेपचा और सिरक्रीक जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में सैनिकों के साथ दीपावली मनाते रहे हैं। यह परंपरा सैनिकों के मनोबल को बढ़ाने और उनके बलिदान को सम्मान देने का प्रतीक बन गई है। इस साल की दीपावली विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के सम्मान में आयोजित की गई, जो भारतीय सेना और नौसेना की सामूहिक तैयारी और तत्परता को उजागर करती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर जवानों के साथ बातचीत भी की और उन्हें भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा में आपकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और आपका समर्पण देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में INS विक्रांत जैसे आधुनिक पोत और तकनीकी संसाधन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

इस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम न केवल भारतीय नौसेना के प्रति उनके समर्थन को दिखाता है, बल्कि यह इस बात का भी प्रमाण है कि भारत अपनी रक्षा प्रणाली में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में लगातार अग्रसर है। INS विक्रांत का उद्घाटन और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता यह संकेत देती है कि भारत अब अपनी समुद्री सुरक्षा और रक्षा जरूरतों के लिए उच्च तकनीक और स्वदेशी क्षमताओं पर भरोसा कर सकता है।

इस आयोजन ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री मोदी की प्राथमिकता केवल नीतियों तक सीमित नहीं है, बल्कि सैनिकों के मनोबल, देशभक्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देना भी है। जवानों के साथ दिवाली मनाने की यह परंपरा आगे भी जारी रहेगी और भारत की रक्षा प्रणाली में आत्मनिर्भरता और आधुनिक तकनीक के महत्व को उजागर करती रहेगी।

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