उत्तराखंड स्थित भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में इस वर्ष श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ देखने को मिल रही है। यात्रा सीजन शुरू होने के बाद से अब तक कुल 16.56 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। यह संख्या पिछले वर्ष के 16.52 लाख यात्रियों के रिकॉर्ड को पार कर चुकी है। केदारनाथ धाम में हर वर्ष देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन इस बार की संख्या ने सभी पुराने आंकड़े तोड़ दिए हैं।
यात्रा प्रशासन के अनुसार, हाल के दिनों में प्रतिदिन औसतन 5,000 से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में मौसम में उतार-चढ़ाव और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बावजूद यात्रियों का उत्साह कम नहीं हुआ। धाम में हाल ही में एक दिन में 5,614 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए, जिससे कुल संख्या 16,56,539 तक पहुंच गई। यह उपलब्धि राज्य सरकार और प्रशासन के बेहतर प्रबंधन के कारण संभव हुई है, जिसने लगातार मौसम की परिस्थितियों और मार्ग की स्थिति पर नजर बनाए रखी।
इस वर्ष मानसून के दौरान कुछ समय के लिए यात्रा प्रभावित रही थी, लेकिन जैसे ही मौसम सामान्य हुआ, यात्रियों की संख्या फिर तेजी से बढ़ने लगी। प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए मार्गों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल, चिकित्सीय टीमें, और राहत केंद्र तैनात किए हैं। भूस्खलन संभावित स्थानों पर मलबा हटाने के लिए मशीनें और कर्मी लगातार तैनात हैं ताकि आवागमन सुचारू बना रहे। इसके अलावा, हेलिकॉप्टर सेवाएं और पंजीकरण प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया है, जिससे यात्रियों को अधिक सुविधा मिल रही है।
स्थानीय व्यापार और पर्यटन क्षेत्र के लिए भी यह यात्रा बेहद लाभदायक साबित हो रही है। होटल, गेस्टहाउस, परिवहन सेवाओं और स्थानीय दुकानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। केदारनाथ यात्रा केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था के लिए भी एक मजबूत स्तंभ बन चुकी है।
बाबा केदारनाथ धाम के कपाट इस वर्ष भैयादूज के दिन, यानी 23 अक्टूबर को बंद किए जाने हैं। ऐसे में अगले कुछ हफ्तों में यह आंकड़ा और अधिक बढ़ने की संभावना है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यात्रा करें और सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें।
इस तरह, केदारनाथ धाम में इस वर्ष की यात्रा आस्था और प्रशासनिक कुशलता का अद्भुत संगम बनी हुई है। हर दिन बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या यह दर्शाती है कि बाबा केदार की कृपा और विश्वास की यह यात्रा केवल एक तीर्थ नहीं, बल्कि करोड़ों भक्तों के जीवन का आध्यात्मिक अनुभव है।
