सहारनपुर में कांग्रेस की प्रस्तावित “बाइक रैली” से पहले रविवार सुबह राजनीतिक माहौल गरमा गया। प्रशासन ने क़ानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए कांग्रेस सांसद इमरान मसूद समेत कई नेताओं को देर रात से ही नजरबंद कर दिया। इमरान मसूद के आवास के बाहर पुलिस और PAC की तैनाती की गई है।
क्या है मामला?
कांग्रेस ने रविवार को सहारनपुर में “वोट चोरी के खिलाफ” बाइक रैली निकालने की योजना बनाई थी। हालांकि प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी। इसी बीच, शनिवार रात से ही कांग्रेस नेताओं को नजरबंद कर दिया गया और रविवार सुबह पार्टी ने रैली स्थगित करने का ऐलान किया।
कांग्रेस नेताओं का आरोप
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी का विरोध पूरी तरह शांतिपूर्ण होने वाला था, लेकिन सरकार ने उनकी आवाज़ दबाने के लिए यह कदम उठाया। इमरान मसूद ने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्हें घर से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा और यह लोकतंत्र के खिलाफ है।
प्रशासन की ओर से स्थिति
स्थानीय प्रशासन ने फिलहाल विस्तृत बयान नहीं दिया है। अधिकारियों का कहना है कि अनुमति न मिलने के कारण रैली पर रोक लगाई गई और शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।
इमरान मसूद कौन हैं?
इमरान मसूद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और 2024 लोकसभा चुनाव में सहारनपुर से सांसद चुने गए थे। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को करीब 64,500 वोटों के अंतर से हराया था।
आगे की स्थिति
कांग्रेस नेताओं ने इशारा दिया है कि नजरबंदी और रैली पर रोक के खिलाफ वे आगे आंदोलन या कानूनी कदम उठा सकते हैं। प्रशासन की आधिकारिक प्रतिक्रिया का इंतजार है।
