नई दिल्ली, 5 अगस्त 2025 —
देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए हाल ही में किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर देशभर में सराहना हो रही है। इसी कड़ी में, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस अभियान को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य ऑपरेशन नहीं है, बल्कि यह हर भारतीय नागरिक के आत्मसम्मान और देशभक्ति का प्रतीक है।”मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस ऑपरेशन ने यह दिखा दिया है कि भारत अब किसी भी परिस्थिति में अपने नागरिकों की सुरक्षा और देश की सीमाओं की रक्षा करने से पीछे नहीं हटेगा।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
“ऑपरेशन सिंदूर” भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा हाल ही में अंजाम दिया गया एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील मिशन था। हालांकि इस अभियान से जुड़ी तमाम जानकारियां गोपनीय रखी गई हैं, लेकिन रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इसका उद्देश्य भारत विरोधी तत्वों के मंसूबों को कुचलना, सीमा पर आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त करना और संकट में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना था।
अभियान के प्रमुख बिंदु
यह ऑपरेशन सीमावर्ती क्षेत्र में कई दिनों तक चला।मिशन में थलसेना, वायुसेना और खुफिया एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी रही।ऑपरेशन के दौरान कुछ भारतीय जवानों ने शहादत दी, जिनकी देश भर में श्रद्धांजलि दी जा रही है।कई दुश्मन ठिकाने और हथियारों के भंडार नष्ट किए गए।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बयान
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा:“हमारे वीर जवानों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत की रक्षा किसी भी कीमत पर की जा सकती है। ऑपरेशन सिंदूर हर भारतीय के सम्मान का प्रतीक है। यह अभियान हमारे देश के अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय और सैन्य क्षमता को दर्शाता है।”उन्होंने आगे कहा कि यह ऑपरेशन भारत की बदलती रणनीतिक सोच और आत्मनिर्भर सैन्य ताकत का संकेत है।
शहीदों को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री गुप्ता ने ऑपरेशन में शहीद हुए सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा:“हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश उनके साथ है और उनके परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी।”उन्होंने यह भी कहा कि सरकार शहीदों के परिजनों को आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी और अन्य सुविधाएं देगी ताकि उनका भविष्य सुरक्षित रह सके।
युवाओं के लिए प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने इस ऑपरेशन को युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया और कहा कि यह समय है जब देश के युवा आगे बढ़कर सेना, विज्ञान, तकनीक और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में योगदान दें।“हमारा राष्ट्र युवाओं के जोश और सेना के पराक्रम से मजबूत होता है,” उन्होंने कहा।
निष्कर्ष
“ऑपरेशन सिंदूर” भले ही एक सैन्य कार्रवाई थी, लेकिन इसका संदेश बहुत बड़ा और गहरा है — यह संदेश है कि भारत अब हर मोर्चे पर तैयार है। चाहे आंतरिक सुरक्षा की बात हो या अंतरराष्ट्रीय दबाव की, भारत अपनी संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के अनुसार, यह ऑपरेशन आने वाली पीढ़ियों को यह सिखाएगा कि सम्मान की रक्षा के लिए बलिदान देना भी गौरव की बात होती है।
