दिल्ली धमाके की जांच को लेकर अमेरिका ने औपचारिक प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बयान जारी करते हुए कहा कि अमेरिका ने भारत को जांच में सहयोग की पेशकश की थी, लेकिन भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सक्षम हैं और वे बेहद पेशेवर ढंग से इस मामले की जांच कर रही हैं। रुबियो ने बताया कि इस घटना पर अमेरिका भारत के साथ है और उसने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रशासन ने आवश्यक तकनीकी सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने की तत्परता दिखाई है, लेकिन भारत की जांच एजेंसियां अब तक बहुत प्रभावी और आत्मनिर्भर साबित हुई हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली के राष्ट्रीय स्मारक क्षेत्र के पास एक वाहन में हुए धमाके ने पूरे देश को हिला दिया था। घटना के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और दिल्ली पुलिस की विशेष टीमें मौके पर पहुंचीं और जांच का दायरा दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर और हरियाणा तक फैलाया गया। प्रारंभिक जांच में कई सुराग मिले हैं और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। केंद्र सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं, वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय लगातार जांच की प्रगति पर नजर रख रहा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री का यह बयान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की जांच क्षमताओं की सराहना के रूप में देखा जा रहा है। यह न केवल दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और भरोसे को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि भारत अब अपने घरेलू सुरक्षा मामलों में आत्मनिर्भर और प्रभावी भूमिका निभा रहा है। इस बीच, विभिन्न देशों ने दिल्ली धमाके की निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ एकजुटता जताई है। जांच एजेंसियां अभी धमाके के पीछे की साजिश और संभावित विदेशी कड़ी की गहराई से पड़ताल कर रही हैं, और निकट भविष्य में इस मामले में कुछ अहम खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।













