मुंबई से वाराणसी जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक फ्लाइट में बुधवार को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद विमान को आपात स्थिति में वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारा गया। इस फ्लाइट में कुल 182 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। जैसे ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल को धमकी की सूचना मिली, तत्काल एहतियात के तौर पर विमान को लैंड कराने का निर्णय लिया गया। लैंडिंग के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और विमान को रनवे से अलग आइसोलेटेड क्षेत्र में खड़ा कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार धमकी की सूचना ईमेल या नोट के माध्यम से दी गई थी। विमान की लैंडिंग के बाद CISF, स्थानीय पुलिस, एयरपोर्ट सुरक्षा बल और बम निरोधक दस्ते ने मिलकर पूरी जांच शुरू की। विमान, यात्रियों के सामान और कार्गो की सघन तलाशी ली गई। इसके लिए स्निफर डॉग्स और अत्याधुनिक उपकरणों की मदद ली गई, हालांकि अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने बताया कि विमान ने वाराणसी में सुरक्षित लैंडिंग की और सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। एयरलाइन ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जांच पूरी होने के बाद ही विमान को संचालन के लिए मंजूरी दी जाएगी। इस बीच यात्रियों को हवाई अड्डे पर सुरक्षित स्थान पर रखा गया है और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है।
इस घटना के बाद देशभर के प्रमुख हवाई अड्डों — दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, त्रिवेंद्रम और हैदराबाद — पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां धमकी के स्रोत की जांच कर रही हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि संदेश कहां से भेजा गया था। गृह मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी इस मामले की रिपोर्ट तलब की है।
वाराणसी पुलिस और CISF अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों ने यात्रियों और आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। जांच पूरी होने तक विमान को आइसोलेशन में रखा गया है।
यह घटना एक बार फिर एयरलाइन सुरक्षा और संचार प्रणाली की तत्परता का उदाहरण बनी है। समय रहते लिए गए निर्णयों की वजह से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई और सभी 182 यात्री सुरक्षित हैं। धमकी के स्रोत की पहचान के लिए जांच एजेंसियां तकनीकी सुरागों पर काम कर रही हैं, जबकि एयरपोर्ट और एयरलाइन सुरक्षा को और अधिक कड़ा कर दिया गया है।













