एशिया कप 2025 का फाइनल 28 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर अपना 9वां एशिया कप खिताब अपने नाम किया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 146 रन बनाए, जिसमें कूलदीप यादव की शानदार गेंदबाजी ने भारत के लिए गेम बदलने का काम किया। भारत ने 20-3 के संकट के बावजूद, तिलक वर्मा की नाबाद 69 रनों की पारी और शिवम दुबे के साथ 60 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की मदद से लक्ष्य को सिर्फ 2 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।
फाइनल के बाद एक अनोखा विवाद भी सामने आया। पुरस्कार वितरण समारोह में भारतीय खिलाड़ियों ने ट्रॉफी स्वीकार करने से इनकार कर दिया। एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी अपने होटल ले जाकर ले जाने पर मजबूर होना पड़ा। इस वजह से भारतीय टीम को बिना ट्रॉफी के ही जश्न मनाना पड़ा। कप्तान सूर्यकुमार यादव और अन्य खिलाड़ी सोशल मीडिया पर ट्रॉफी के इमोजी और काल्पनिक ट्रॉफी के साथ मॉक पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित कर टीम की एकजुटता और साहस का प्रदर्शन किया।
पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा ने भारतीय टीम के इस कदम को क्रिकेट के प्रति असम्मान बताया, जबकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी कहा कि भारत एक ऐसे देश से ट्रॉफी स्वीकार नहीं कर सकता जो उसके खिलाफ युद्ध छेड़ चुका है। इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय टीम का यह कदम राजनीतिक और कूटनीतिक कारणों से प्रेरित था।
इस ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया और इसे “#OperationSindoor on the games field” के रूप में करार दिया। उन्होंने लिखा, “Outcome is the same – India wins! Congrats to our cricketers,” जिससे खेल के मैदान पर भारत की जीत का संदेश गया। इसके जवाब में मोहसिन नकवी ने कहा कि खेल को युद्ध से जोड़ना केवल हताशा को दर्शाता है और कोई भी क्रिकेट मैच इतिहास की सच्चाई को नहीं बदल सकता।
इस पूरे घटनाक्रम ने एशिया कप 2025 के फाइनल को केवल एक क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि खेल, राजनीति और राष्ट्रीय गौरव का संगम बना दिया। भारतीय टीम ने न केवल शानदार प्रदर्शन किया बल्कि बिना ट्रॉफी के भी जश्न मनाकर अपने साहस और एकजुटता का परिचय दिया, जबकि प्रधानमंत्री मोदी का ट्वीट और नकवी की प्रतिक्रिया ने इसे अंतरराष्ट्रीय राजनीति और कूटनीति के संदर्भ में भी ऐतिहासिक बना दिया।
