पंजाब में बाढ़ का संकट: पीएम मोदी का संभावित दौरा, सोनू सूद अमृतसर पहुँचे; राहत कार्य तेज़

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पंजाब इस समय बाढ़ की विकट स्थिति से जूझ रहा है। लगातार बारिश और नदियों के उफान ने राज्य के कई जिलों को प्रभावित कर दिया है। हजारों गांव पानी में डूब गए हैं, फसलें बर्बाद हो रही हैं और अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं।

बाढ़ की मौजूदा स्थिति

भारी वर्षा और नदियों में बढ़ते जलस्तर के कारण पंजाब के अनेक जिलों में हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। रिपोर्टों के अनुसार अब तक दर्जनों मौतें हो चुकी हैं और हजारों गांव प्रभावित हुए हैं। लाखों हेक्टेयर फसलें बाढ़ के पानी में डूबकर नष्ट हो चुकी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है और अस्थायी राहत शिविरों में ठहराने की व्यवस्था की गई है।

प्रधानमंत्री का दौरा

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर भारत के बाढ़ प्रभावित राज्यों का दौरा करने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री का पंजाब और हिमाचल प्रदेश का दौरा 9 सितंबर को संभावित है। इस दौरान वे प्रभावित इलाकों का जायजा लेंगे और केंद्रीय एजेंसियों के साथ राहत-कार्रवाइयों की समीक्षा करेंगे। हालांकि आधिकारिक कार्यक्रम की अंतिम पुष्टि अभी नहीं हुई है।

राहत और बचाव कार्य

एनडीआरएफ, सेना और राज्य सरकार की टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार काम कर रही हैं। हेलीकॉप्टर और नावों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला जा रहा है। राहत शिविरों में भोजन, पानी और दवाइयों की व्यवस्था की गई है। पानी उतरने के बाद नुकसान का विस्तृत सर्वे किया जाएगा।

किसानों और पशुपालकों के लिए मदद

पंजाब मिल्कफेड (Milkfed) ने भी राहत कार्य शुरू किया है। दूध की आपूर्ति बनाए रखने और प्रभावित किसानों को सहयोग देने के लिए विशेष योजनाएँ लागू की गई हैं। बाढ़ से प्रभावित पशुपालकों को चारे की आपूर्ति की जा रही है, ताकि उनके नुकसान को कम किया जा सके।

सोनू सूद की मदद

बॉलीवुड अभिनेता और समाजसेवी सोनू सूद भी अमृतसर पहुँच चुके हैं। वे अपनी टीम के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुँचा रहे हैं। सोनू सूद ने स्थानीय परिवारों से सीधे संपर्क कर उन्हें भोजन, दवाइयाँ और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई है। उनकी संस्था भी राज्य में सक्रिय रूप से राहत कार्य में लगी हुई है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

इस संकट के बीच राजनीतिक दलों की ओर से भी आवाज़ उठ रही है। विपक्षी दलों ने किसानों और प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल राहत पैकेज और कर्ज़माफी की माँग की है। शिरोमणि अकाली दल समेत कई नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार से तेज़ी से सहायता पहुँचाने की अपील की है।

निष्कर्ष

पंजाब में बाढ़ ने लोगों की ज़िंदगी को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। सरकार और सामाजिक संगठन मिलकर राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी का संभावित दौरा राहत प्रयासों को और गति दे सकता है। वहीं, सोनू सूद जैसे सितारों की भागीदारी से प्रभावित लोगों को हौसला मिल रहा है। हालात अभी भी गंभीर हैं और आने वाले दिनों में स्थिति पर सबकी नज़र बनी रहेगी।

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