अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका और चीन के बीच संबंधों पर लगातार चर्चाएँ चल रही हैं। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगामी विदेश दौरे को लेकर बड़ी ख़बर सामने आई है। रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप अक्टूबर के अंत में दक्षिण कोरिया का दौरा कर सकते हैं, जहाँ वह एशिया-पैसिफिक इकॉनॉमिक कोऑपरेशन (APEC) शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। इसी दौरान उनके और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संभावित मुलाकात को लेकर कूटनीतिक हलकों में हलचल बढ़ गई है।
दक्षिण कोरिया दौरे की तैयारी
ट्रंप और उनके वरिष्ठ सलाहकारों के बीच इस यात्रा की तैयारियों को लेकर गहन चर्चा चल रही है। ग्योंगजू में आयोजित होने वाला APEC शिखर सम्मेलन 31 अक्टूबर से 1 नवंबर 2025 तक निर्धारित है। रिपोर्टों के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन इस दौरे को लेकर ‘गोपनीय’ तौर पर योजनाएँ बना रहा है। हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से कार्यक्रम का ऐलान नहीं हुआ है।
शी जिनपिंग से मुलाकात की संभावना
सबसे बड़ी चर्चा इस बात की है कि क्या ट्रंप और शी जिनपिंग इस शिखर सम्मेलन के दौरान आमने-सामने बैठकर बातचीत करेंगे। यह मुलाकात यदि होती है तो अमेरिका-चीन संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ सकती है। हालांकि, अभी तक दोनों पक्षों की ओर से इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं हुई है।
बैठक के संभावित एजेंडे
यदि यह बैठक होती है तो इसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
आर्थिक सहयोग और व्यापार विवाद: अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टैरिफ विवादों और व्यापार संतुलन पर चर्चा प्रमुख मुद्दा रहेगा।
क्षेत्रीय सुरक्षा: उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम और एशिया-प्रशांत की स्थिरता भी एजेंडे में शामिल हो सकती है। कुछ रिपोर्टों में संकेत मिला है कि ट्रंप, उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से मुलाकात पर भी विचार कर सकते हैं।
चुनौतियाँ और अनिश्चितताएँ
हालाँकि, इस संभावित मुलाकात पर अभी कई प्रश्नचिह्न बने हुए हैं। शी जिनपिंग की अक्टूबर महीने की विदेश यात्राओं को लेकर संदेह जताया जा रहा है। ऐसे में उनका APEC शिखर सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से शामिल होना भी अनिश्चित माना जा रहा है। इसके अलावा, व्यापार और सामरिक मसलों पर दोनों देशों के बीच तनाव किसी ठोस नतीजे तक पहुँचने में बाधा डाल सकता है।
वैश्विक असर
यदि यह बैठक होती है तो यह केवल अमेरिका और चीन के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण होगी। यह व्यापारिक साझेदारी, निवेश और सामरिक संतुलन जैसे मुद्दों पर नई दिशा तय कर सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुलाकात वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाल सकती है।
निष्कर्ष
फिलहाल, ट्रंप के दक्षिण कोरिया दौरे और ट्रंप–शी मुलाकात को लेकर आधिकारिक घोषणा का इंतजार है। लेकिन कूटनीतिक हलकों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर इस पर टिकी है कि क्या अक्टूबर का यह अवसर अमेरिका और चीन के बीच नए संवाद की शुरुआत करेगा या यह केवल चर्चाओं तक सीमित रह जाएगा।
