अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाए गए गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हिरासत में ले लिया है। लॉरेंस बिश्नोई के भाई माने जाने वाले अनमोल को अमेरिकी अधिकारियों ने डिपोर्ट किया, जिसके बाद उसे सीधे भारतीय एजेंसियों के हवाले कर दिया गया। जांच के अनुसार, अनमोल कई हाई-प्रोफ़ाइल आपराधिक मामलों में विदेश में बैठकर सक्रिय भूमिका निभा रहा था। उसके खिलाफ सबसे गंभीर आरोपों में मुंबई के बान्द्रा क्षेत्र में पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या की साज़िश, अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर हुई गोलीबारी और पंजाब के लोकप्रिय गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या से जुड़े तार शामिल हैं। एनआईए और पुलिस दस्तावेज़ों में कहा गया है कि अनमोल ने विदेश से ही अपराधियों को निर्देश देने, संसाधन उपलब्ध कराने, हथियारों की व्यवस्था करवाने और नकद लेन-देन के नेटवर्क को संचालित करने में भूमिका निभाई। सलमान खान पर हमले की कोशिश के मामले में जांच टीम ने कई कॉल रिकॉर्ड और चैट संवाद जुटाए हैं, जो बताते हैं कि घटनास्थल के शूटर्स को अनमोल की तरफ से मार्गदर्शन मिलता था। इस घटना के बाद के महीनों में एजेंसियों ने कई संदिग्धों को पकड़ा, जिनमें से कुछ ने अनमोल के नाम का उल्लेख भी किया।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में भी अनमोल पर कई अहम आरोप दर्ज हैं। जांच में यह सामने आया कि वारदात से पहले और बाद में विदेश से कई गतिविधियों का संचालन किया गया था, जिनमें हथियारों की आपूर्ति और टीम के भीतर संपर्क बनाए रखना शामिल था। अनमोल को इन व्यवस्थाओं का प्रमुख समन्वयक बताया जाता रहा है। इसी तरह मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में भी उसकी भूमिका पर गहन पूछताछ चल रही है, क्योंकि कई गिरफ्तार आरोपियों ने योजना में अनमोल के संबंधों का ज़िक्र किया है। एनआईए अब उससे पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि विदेशी नेटवर्क कैसे काम करते थे, किन माध्यमों से फंडिंग होती थी और किन लोगों के माध्यम से हथियार और संसाधन भारत तक पहुँचते थे। अधिकारी मानते हैं कि अनमोल का पकड़ा जाना लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में बड़ा कदम है और आने वाले दिनों में कई लंबित मामलों में नई जानकारियाँ सामने आ सकती हैं। एजेंसियाँ उसके संपर्कों, उसके द्वारा विदेश में उपयोग किए गए डिजिटल चैनलों और उन लोगों की पहचान पर भी फोकस कर रही हैं जिन्हें वह भारत में निर्देश भेजता था।
अनमोल को जल्द ही विशेष अदालत में पेश किया जाएगा, जहाँ एनआईए उसके खिलाफ एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगी। उसके बयान, तकनीकी सबूत और नेटवर्क में उसकी भूमिका के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। सुरक्षा एजेंसियाँ मान रही हैं कि अनमोल की गिरफ्तारी संगठित अपराध और सरहदी गैंग नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी सफलता है, क्योंकि इससे उन कड़ियों का पता लगाने में मदद मिलेगी जो लंबे समय से कई राज्यों में फैले अपराधों की जड़ बन चुके थे। फिलहाल एनआईए उससे जानकारी जुटाने में लगी है, और यह माना जा रहा है कि उसके बयान कई मामलों में निर्णायक मोड़ ला सकते हैं।












