एयरपोर्ट पर नमाज़ का वीडियो बना राजनीति का मुद्दा, सिद्धारमैया पर बीजेपी का हमला

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (टर्मिनल-2) पर नमाज़ अदा करते कुछ लोगों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक हलचल मच गई है। वीडियो में कुछ व्यक्ति एयरपोर्ट परिसर के अंदर ज़मीन पर बैठकर नमाज़ अदा करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि पास ही सुरक्षा कर्मी भी मौजूद नजर आते हैं। यह वीडियो ट्विटर (एक्स) और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर तेजी से फैल गया, जिसके बाद इस पर सियासी बयानबाज़ी शुरू हो गई।

राज्य की विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और राज्य के आईटी एवं सूचना मंत्री प्रियांक खड़गे को निशाने पर लिया है। भाजपा प्रवक्ता विजय प्रसाद ने पूछा कि क्या सार्वजनिक स्थानों पर नमाज़ अदा करने के लिए किसी तरह की पूर्व अनुमति ली गई थी और क्या एयरपोर्ट जैसी संवेदनशील जगह पर इस तरह की गतिविधियों की इजाज़त देना सुरक्षा मानकों का उल्लंघन नहीं है। भाजपा ने इसे सरकार की “ढिलाई और तुष्टिकरण की राजनीति” करार देते हुए कड़ी आलोचना की है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, वायरल वीडियो में दिखाई देने वाले लोग संभवतः हज यात्रा पर जा रहे यात्री या उनके परिजन हो सकते हैं, हालांकि अभी तक इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। एयरपोर्ट अथॉरिटी या राज्य सरकार की ओर से अब तक कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है। इस बीच, सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने यह सवाल उठाया है कि क्या किसी सार्वजनिक स्थल, विशेषकर उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र जैसे एयरपोर्ट पर, धार्मिक गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है।

विवाद के बीच, यह भी ध्यान देने योग्य है कि कर्नाटक सरकार ने हाल ही में सार्वजनिक स्थलों पर धार्मिक आयोजनों के लिए नियमों को सख्त करने पर विचार किया था। ऐसे में विपक्ष का कहना है कि नियम सभी समुदायों पर समान रूप से लागू होने चाहिए और किसी एक वर्ग को विशेष छूट नहीं दी जानी चाहिए। अभी इस मामले में प्रशासनिक स्तर पर कोई कार्रवाई या जांच की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन घटना ने निश्चित रूप से राज्य की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।

Leave a Comment

और पढ़ें