भारत रूस के लिए फ्यूल एडिटिव्स का प्रमुख आपूर्तिकर्ता बना: यूक्रेनी थिंक टैंक रिपोर्ट

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

नई दिल्ली: एक यूक्रेनी थिंक टैंक की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2024 में रूस के लिए फ्यूल एडिटिव्स का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत ने रूस को लगभग 2,456 टन फ्यूल एडिटिव्स निर्यात किए, जिनकी कुल कीमत लगभग 12.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर थी। यह मात्रा रूस द्वारा आयात किए गए कुल फ्यूल एडिटिव्स का लगभग 50 प्रतिशत है, जिससे भारत इस क्षेत्र में सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया।

फ्यूल एडिटिव्स विशेष रासायनिक यौगिक होते हैं जिन्हें विमान के ईंधन में मिलाया जाता है। इनका उद्देश्य इंजन की कार्यक्षमता बढ़ाना, ईंधन की गुणवत्ता सुधारना और विमान के इंजन के जीवनकाल को बढ़ाना होता है। रूस के Su-34 और Su-35S जैसे लड़ाकू विमानों में इन एडिटिव्स का उपयोग किया जाता है।

रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली और मुंबई स्थित आधे दर्जन से अधिक भारतीय कंपनियाँ रूस को फ्यूल एडिटिव्स की आपूर्ति करती हैं। 2024 में इन कंपनियों ने रूस को कुल 2,456 टन फ्यूल एडिटिव्स निर्यात किए, जो लगभग 12.9 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के थे। यूक्रेनी थिंक टैंक का यह भी कहना है कि भारत की यह आपूर्ति रूस के सैन्य विमानन की क्षमता को बढ़ाने में सहायक रही है।

हालांकि भारत ने हमेशा अपने रक्षा संबंधों को मजबूत रखने के लिए रूस के साथ सहयोग को प्राथमिकता दी है, लेकिन किसी भी पक्षीय संघर्ष में सीधे शामिल होने से बचता है। यह संतुलित रुख भारत की वैश्विक कूटनीति में महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की यह आपूर्ति वैश्विक रक्षा आपूर्ति श्रृंखला में उसकी मजबूती और प्रभावशाली स्थिति को उजागर करती है, लेकिन इसके राजनीतिक और कूटनीतिक पहलुओं पर भी सतर्क रहना आवश्यक है।

Leave a Comment

और पढ़ें