अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में वितरित होने वाले प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। फूड सेफ्टी विभाग की हालिया जांच में पाया गया कि मंदिर में वितरित किए जाने वाले लड्डू और घी में मिलावट की गई है, जो भक्तों की सेहत के लिए खतरे का संकेत है।
हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रसाद की गुणवत्ता पर सवाल
हनुमानगढ़ी मंदिर, जो अयोध्या का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, में प्रतिदिन हजारों भक्त प्रसाद के रूप में लड्डू और घी प्राप्त करते हैं। हालांकि, हाल ही में फूड सेफ्टी विभाग ने इन प्रसादों की गुणवत्ता की जांच की, जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
फूड सेफ्टी विभाग की जांच में क्या पाया गया?
जांच में यह सामने आया कि प्रसाद के लड्डू और घी में मिलावट की गई थी। लड्डू में नकली मिठास और अन्य हानिकारक तत्व पाए गए, जबकि घी में पशु वसा और अन्य अशुद्ध पदार्थ मिले। यह मिलावट न केवल भक्तों की सेहत के लिए खतरे का कारण बन सकती है, बल्कि यह धार्मिक स्थल की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठाती है।
प्रसाद की गुणवत्ता पर प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस खुलासे के बाद, स्थानीय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने की घोषणा की है। आगे से प्रसाद की गुणवत्ता की नियमित जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
भक्तों के लिए सलाह
भक्तों से अपील की गई है कि वे प्रसाद लेने से पहले उसकी गुणवत्ता की जांच करें और किसी भी संदिग्ध सामग्री को स्वीकार न करें। स्वास्थ्य विभाग ने भी चेतावनी जारी की है कि मिलावटी प्रसाद से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
यह घटना धार्मिक स्थलों में वितरित होने वाले प्रसाद की गुणवत्ता की जांच की आवश्यकता को उजागर करती है। भक्तों की सेहत और विश्वास की रक्षा के लिए प्रशासन को और भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
