नई दिल्ली: हिंदी भाषा को वैश्विक स्तर पर प्रोत्साहन देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल शुरू हो रही है। विश्व रंग अंतरराष्ट्रीय हिंदी ओलंपियाड 2025 का आयोजन पहली बार किया जा रहा है, जिसमें भारत सहित 5 देशों के छात्र-छात्राएँ भाग लेंगे। यह प्रतियोगिता हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ भारतीय संस्कृति, साहित्य और भाषा कौशल को विश्व मंच पर पहचान दिलाने का महत्वपूर्ण अवसर बनेगी।
🌍 भाग लेने वाले देश….
इस बार ओलंपियाड में भारत के साथ नेपाल, मॉरीशस, फिजी और त्रिनिदाद एवं टोबैगो जैसे देशों के छात्र शामिल होंगे। आयोजकों का मानना है कि हिंदी केवल भारत की भाषा नहीं बल्कि प्रवासी भारतीयों की पहचान और सांस्कृतिक जुड़ाव का सेतु है।
📚 प्रतियोगिता का स्वरूप….
प्रतियोगिता में भाषा, साहित्य, व्याकरण, हिंदी लेखन, कविता पाठ, वक्तृत्व, निबंध लेखन और सांस्कृतिक प्रस्तुति जैसे विभिन्न चरण शामिल होंगे। अलग-अलग आयु वर्ग के छात्रों को उनके स्तर के अनुसार प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा। विजेताओं को प्रमाणपत्र, पुरस्कार और छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी।
🟠 हिंदी का वैश्विक विस्तार…
आयोजकों का कहना है कि यह ओलंपियाड हिंदी को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाने की दिशा में बड़ा कदम है। प्रवासी भारतीयों की नई पीढ़ी को अपनी भाषा से जोड़ने और भाषा शिक्षण के आधुनिक तरीकों को बढ़ावा देने के लिए इसे एक मंच के रूप में विकसित किया जा रहा है।
📅 कब और कहाँ होगा आयोजन…
विश्व रंग अंतरराष्ट्रीय हिंदी ओलंपियाड 2025 का मुख्य आयोजन अगले वर्ष जनवरी में नई दिल्ली में किया जाएगा। इसके अलावा भागीदार देशों में ऑनलाइन राउंड आयोजित होंगे, जिससे छात्रों को बिना यात्रा किए अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा।
📢 हिंदी को लेकर युवाओं में उत्साह…
स्कूलों और विश्वविद्यालयों में हिंदी भाषा को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। कई देशों में प्रवासी समुदायों ने भी इसे लेकर अपना उत्साह जताया है। आयोजन समिति का कहना है कि इससे हिंदी सीखने के लिए वैश्विक रुचि बढ़ेगी।
हिंदी का बढ़ता दायरा…
विशेषज्ञों का मानना है कि विश्व रंग अंतरराष्ट्रीय हिंदी ओलंपियाड 2025 जैसे प्रयासों से हिंदी को शिक्षा, तकनीक, संस्कृति और व्यापार में उपयोग का विस्तार मिलेगा। भारत सरकार और विभिन्न संस्थाओं की साझेदारी से यह आयोजन आने वाले वर्षों में और बड़े स्वरूप में आयोजित किया जाएगा।
