दशकों बाद सुरक्षा परिषद की सीरिया यात्रा, राजनीतिक संक्रमण और स्थिरता पर फोकस

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल 1945 में परिषद की स्थापना के बाद पहली बार सीरिया पहुँचा, जिसे कूटनीतिक स्तर पर ऐतिहासिक और अत्यंत महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने दमिश्क में सीरिया के मौजूदा अंतरिम नेतृत्व, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, स्थानीय समुदायों और नागरिक समाज संगठनों से मुलाकात कर देश की मौजूदा राजनीतिक, सामाजिक और मानवीय स्थितियों का प्रत्यक्ष आकलन किया। इस यात्रा का उद्देश्य सीरिया में जारी राजनीतिक संक्रमण, शांति-बहाली, न्याय एवं सुलह-प्रक्रिया, पुनर्निर्माण और विस्थापितों की वापसी जैसे प्रमुख मुद्दों पर वास्तविक प्रगति की समीक्षा करना था। सुरक्षा परिषद के सदस्य युद्ध-प्रभावित इलाकों—विशेषकर जोबार, पुराने दमिश्क और अन्य क्षतिग्रस्त क्षेत्रों—का भी दौरा कर रहे वर्षों की हिंसा और संघर्ष से हुई तबाही को नज़दीक से समझते नज़र आए।

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व परिषद के वर्तमान अध्यक्ष और स्लोवेनिया के स्थायी प्रतिनिधि सैमुअल ज़बोगर ने किया, जिन्होंने सरकार और स्थानीय हितधारकों से शांति-प्रक्रिया में उनकी भागीदारी, पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ाने की आवश्यकता पर चर्चा की। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से यह संदेश दिया गया कि सीरिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हुए एक समावेशी राजनीतिक समाधान ही देश में स्थायी स्थिरता ला सकता है। यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब देश में पिछले वर्ष हुए शासन परिवर्तन के बाद राजनीतिक ढांचा तेजी से पुनर्गठित हो रहा है और कई क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है। क्षेत्रीय तनाव, सीमावर्ती घटनाओं और आर्थिक संकट ने भी सीरिया में स्थिरता के प्रयासों को चुनौतीपूर्ण बना रखा है। इसी पृष्ठभूमि में सुरक्षा परिषद की यह यात्रा अंतरराष्ट्रीय समर्थन, संवाद और भरोसा बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।

दौरे के दौरान परिषद के सदस्यों ने पुनर्निर्माण, मानवाधिकार संरक्षण, आतंकवाद-निरोध, मानवीय सहायता की निर्बाध पहुंच और राष्ट्रीय मेल-मिलाप को आगे बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यदि सीरियाई नेतृत्व और स्थानीय समूह पारदर्शी और समावेशी राजनीतिक ढांचे की दिशा में ठोस कदम उठाते हैं, तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय सीरिया के पुनर्निर्माण और स्थायी शांति-स्थापना में सक्रिय सहयोग देने को तैयार है। प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा न केवल प्रतीकात्मक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सीरिया लंबे संघर्ष के बाद धीरे-धीरे सामान्य स्थिति और वैश्विक कूटनीति की मुख्य धारा में लौटने की कोशिश कर रहा है।

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