दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने हाल ही में Associated Journals Ltd. (AJL) से जुड़ी संपत्ति-लेनदेन को लेकर एक नई FIR दर्ज की है। इस FIR में Sonia Gandhi और Rahul Gandhi के साथ-साथ Sam Pitroda का नाम भी आरोपियों में शामिल है। पुलिस की कार्रवाई उस शिकायत के आधार पर की गई है, जो पहले Enforcement Directorate (ED) द्वारा दायर किये गए प्रमाणों के आधार पर थी।
शिकायत में आरोप है कि AJL के लगभग ₹2,000 करोड़ मूल्य की संपत्तियों का अधिग्रहण किसी उचित मूल्यांकन या पारदर्शी प्रक्रिया के बिना, निम्न कीमत पर हुआ। कथित रूप से, इन संपत्तियों को अधिकारिक रूप से नहीं बल्कि फ़र्मों — जैसे Young Indian और Dotex Merchandise Pvt. Ltd. — के माध्यम से हम-कब्जा कराया गया। ED का दावा है कि इसके पीछे आर्थिक गड़बड़ी, आपराधिक साजिश और मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश थी।
नई FIR में कुल छह–सात नाम शामिल हैं, जिसमें Sonia Gandhi, Rahul Gandhi और Sam Pitroda प्रमुख हैं। इससे यह मामला और अधिक संवेदनशील हो गया है, क्योंकि अब जांच एजेंसियों को केवल संपत्ति अधिग्रहण की प्रक्रिया ही नहीं, बल्कि वित्तीय लेन-देन, फर्मों के स्वामित्व और लाभ बांटने की राजनीतिक एवं संगठनात्मक जवाब-देही की ओर भी देखना है।
FIR दर्ज हो चुके जाने के बाद कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है — जिसमें आरोपियों से पूछताछ, दस्तावेजों की जाँच और आवश्यक समन-कार्रवाई शामिल है। यह नया विकास पहले से लंबित चार्जशीट और कोर्ट की सुनवाई के क्रम को भी प्रभावित कर सकता है।
इस पूरे घटनाक्रम का मतलब यह है कि यह मामला अब केवल संपत्ति-अधिग्रहण तक सीमित नहीं, बल्कि राजनीतिक, आर्थिक और विधिक रूप से और गहराई से जुड़ा हुआ है। नई FIR के बाद सार्वजनिक और मीडिया में इसके प्रभाव और प्रतिक्रियाओं की संभावना उच्च है, और आने वाले दिनों में इस पर बहस और स्पष्टीकरण जारी रहेंगे।













