धौज में डॉक्टर के किराए के घर से मिली 300 किलो विस्फोटक सामग्री, पुलिस और NIA सतर्क

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फरीदाबाद के धौज इलाके में सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किए हैं। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि यहां करीब 300 किलो आरडीएक्स जैसे विस्फोटक पदार्थ छिपाकर रखे गए थे। इसके साथ ही पुलिस ने मौके से एक AK-56 राइफल, दो ऑटोमैटिक पिस्टल और सैकड़ों कारतूस भी बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि ये सामान धौज गांव में एक डॉक्टर के किराए के घर से मिला, जहां लंबे समय से कुछ संदिग्ध गतिविधियाँ चल रही थीं।

पुलिस और खुफिया एजेंसियों को इस इलाके में आतंकी गतिविधियों के सुराग पहले से मिले थे, जिसके बाद स्थानीय पुलिस, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। छापे के दौरान एक कमरे से 12 से अधिक बड़े बैग बरामद हुए, जिनमें विस्फोटक और हथियार रखे गए थे। शुरुआती जांच में इन पदार्थों को RDX बताया गया, हालांकि फॉरेंसिक जांच में इसकी पुष्टि होना बाकी है। कुछ अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि यह अमोनियम-नाइट्रेट या अन्य मिश्रित विस्फोटक भी हो सकता है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिस व्यक्ति के मकान से यह सामान बरामद हुआ है, वह मूल रूप से जम्मू-कश्मीर से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। संदिग्ध की पहचान और उसके नेटवर्क की जांच की जा रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस पूरे नेटवर्क का उद्देश्य किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश को अंजाम देना हो सकता था। बरामद सामग्री से यह भी संकेत मिला है कि इसमें IED (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने की तैयारी चल रही थी।

इस बरामदगी के बाद पूरे फरीदाबाद और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट पर हैं। आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और संदिग्ध ठिकानों की निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलिस ने बरामद हथियारों और विस्फोटक की फोरेंसिक जांच के लिए टीम गठित की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये सामग्री कहाँ से आई और किन लोगों से जुड़ी थी।

फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर ने मीडिया से कहा कि यह एक बड़ी सुरक्षा सफलता है और देश विरोधी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि बरामदगी की मात्रा और हथियारों का प्रकार देखकर यह साफ है कि मामला केवल अवैध हथियार रखने का नहीं, बल्कि संगठित आतंकी साजिश का हिस्सा है। जांच एजेंसियाँ अब इस नेटवर्क के दूसरे सदस्यों की तलाश में जुटी हैं और संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) इस मामले की कमान संभाल सकती है।

इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस घर से विस्फोटक मिला, वहां कुछ लोग आते-जाते तो दिखते थे, पर किसी को अंदाजा नहीं था कि अंदर इतनी खतरनाक गतिविधियाँ चल रही हैं। फोरेंसिक रिपोर्ट और आगे की पूछताछ से यह तय होगा कि यह विस्फोटक वास्तव में RDX था या कोई अन्य रासायनिक मिश्रण, और इसका इस्तेमाल कहाँ किया जाना था। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियाँ यह सुनिश्चित करने में जुटी हैं कि देश की राजधानी के पास कोई भी आतंकी योजना साकार न हो पाए।

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