बिहार चुनावी रैली में खरगे का बड़ा आरोप, बोले– मोदी सरकार ने रोका, इसलिए सभा में देरी हुई

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

बिहार विधानसभा चुनाव के बीच शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रोहतास जिले के चेनारी (नौहट्टा) में आयोजित महागठबंधन की चुनावी सभा में पहुंचने में हुई देरी का कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया। सभा में देरी से पहुंचने पर खरगे ने जनता से माफी मांगते हुए कहा कि उन्हें एयरपोर्ट पर करीब दो घंटे तक रोककर रखा गया। उन्होंने कहा कि यह देरी उनकी इच्छा से नहीं हुई, बल्कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के चलते उन्हें इंतजार करना पड़ा।

सभा के दौरान खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बिहार के लोगों से जो वादे किए थे, वे अब तक अधूरे हैं। मोदी सरकार ने दो करोड़ रोजगार देने, हर गरीब को घर मुहैया कराने और किसानों की आय दोगुनी करने के वादे किए थे, लेकिन इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ। खरगे ने कहा कि भाजपा झूठ और प्रचार के सहारे चुनाव जीतना चाहती है, जबकि इंडिया गठबंधन (महागठबंधन) जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़ रहा है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के हालिया बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें मोदी ने आरोप लगाया था कि राजद ने कांग्रेस से “कट्टा रखकर” मुख्यमंत्री का पद ले लिया। खरगे ने इसे निराधार बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी किसी पर दबाव डालकर सत्ता हासिल नहीं की। उन्होंने प्रधानमंत्री की भाषा पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश के सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह की असंसदीय भाषा शोभा नहीं देती।

खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को देश के वास्तविक मुद्दों की चिंता नहीं है और वे सिर्फ चुनावी भाषणों में व्यस्त रहते हैं। उन्होंने दावा किया कि जनता अब भाजपा से तंग आ चुकी है और बदलाव चाहती है। वहीं, भाजपा ने खरगे के बयान को राजनीतिक हताशा का परिणाम बताया और कहा कि कांग्रेस नेतृत्व जनता का समर्थन खो चुका है, इसलिए झूठे आरोप लगाकर सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रहा है।

गौरतलब है कि बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं — पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। चुनावी माहौल में नेताओं के बीच बयानबाजी तेज हो गई है और दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। इसी क्रम में मल्लिकार्जुन खरगे का यह बयान और उनकी सभा में देरी का मुद्दा अब बिहार की राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गया है।

Leave a Comment

और पढ़ें