बांग्लादेश में संसदीय चुनाव प्रचार की शुरुआत हिंसा और तनाव के बीच हुई है। प्रचार के पहले ही दिन देश के कई जिलों से हमले, गोलीबारी और आगजनी की घटनाओं की खबरें आई हैं। चिट्टगांव में विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) के उम्मीदवार और स्थानीय संयोजक एर्शाद उल्लाह पर प्रचार अभियान के दौरान अज्ञात हमलावरों ने गोली चला दी। इस हमले में एर्शाद उल्लाह सहित कई लोग घायल हो गए, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। पुलिस ने इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी है और संदिग्धों की तलाश में अभियान चलाया जा रहा है।
इसी तरह की घटनाएं मेहरपुर जिले के गंगनी इलाके में भी हुईं, जहां नामांकन को लेकर समर्थकों के बीच झड़पें हुईं और बाद में कुछ स्थानों पर आगजनी की घटनाएं भी दर्ज की गईं। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात करना पड़ा। वहीं, चिट्टगांव के ही रौज़ान उपज़िला में BNP कार्यकर्ताओं पर हमला और गोलीबारी की खबरें सामने आईं। इन घटनाओं के बाद स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि चुनावी हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह हिंसा राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और गुटबाजी का परिणाम लगती है। चुनाव प्रचार के आरंभिक चरण में फैली इस हिंसा ने पूरे देश में चुनावी माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है, जबकि आम जनता और स्थानीय पर्यवेक्षक इस स्थिति को लेकर चिंता जता रहे हैं। चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से प्रचार करने की अपील की है।













