मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के खनपी गांव में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना और असम राइफल्स की संयुक्त टीम को इलाके में उग्रवादी गतिविधियों की खुफिया सूचना मिली थी, जिसके बाद क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया गया। इसी दौरान जंगलों में छिपे उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसमें यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी (UKNA) संगठन के चार उग्रवादी मारे गए।
अधिकारियों ने बताया कि यह ऑपरेशन सटीक खुफिया इनपुट के आधार पर संचालित किया गया था। मुठभेड़ खत्म होने के बाद इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन जारी रखा गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अन्य उग्रवादी भाग न सके। सूत्रों का कहना है कि इस अभियान में ड्रोन की मदद भी ली गई, हालांकि इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी (UKNA) एक गैर-एसओओ (Suspension of Operation) कुकी उग्रवादी संगठन है, जो हाल के दिनों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसक गतिविधियों में शामिल रहा है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह संगठन क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा था। इसी कारण सुरक्षा बलों ने कड़े कदम उठाते हुए कार्रवाई की।
सेना और असम राइफल्स ने संयुक्त बयान में कहा है कि यह ऑपरेशन नागरिकों की सुरक्षा और क्षेत्र में शांति बहाल करने के उद्देश्य से किया गया। फिलहाल घटनास्थल के आसपास स्थिति नियंत्रण में है और स्थानीय प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए उग्रवादियों की पहचान की जा रही है और आगे की जांच जारी है।
यह कार्रवाई मणिपुर में लंबे समय से चल रही अशांति और उग्रवाद विरोधी अभियानों के बीच एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। सुरक्षा बलों का कहना है कि जब तक राज्य में स्थायी शांति स्थापित नहीं होती, तब तक ऐसे अभियान जारी रहेंगे।













