तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे राज्य को झकझोर दिया। यह हादसा हैदराबाद-बिजापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मिरज़ागुड़ा (चेवेला मंडल) के पास हुआ, जहां एक यात्री बस और ग्रेवल से भरे ट्रक की आमने-सामने टक्कर हो गई। घटना सुबह लगभग 6:30 बजे की बताई जा रही है। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, इस दुर्घटना में करीब 20 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने राहत कार्य शुरू किया और पुलिस व आपातकालीन सेवाओं को सूचना दी गई। घायलों को पास के सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, बस तंडूर से हैदराबाद की ओर जा रही थी और उसमें लगभग 70 यात्री सवार थे। ट्रक में भारी ग्रेवल (निर्माण सामग्री) लदी हुई थी। प्राथमिक जांच में यह आशंका जताई गई है कि ट्रक तेज रफ्तार में था और अचानक नियंत्रण खो देने से विपरीत दिशा में आ गया, जिससे बस से जोरदार टक्कर हो गई। दुर्घटना के बाद बस और ट्रक दोनों सड़क किनारे पलट गए, जिससे कई यात्री वाहन के अंदर फंस गए। पुलिस और एनडीआरएफ टीमों ने मौके पर पहुंचकर गैस कटर की मदद से बस के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला।
राज्य प्रशासन ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। तेलंगाना के परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने अधिकारियों को घायलों के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए हैं। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी मौके पर मौजूद हैं और राहत-बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है और प्रशासन ने परिजनों को आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर शोक जताया है और मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। हालांकि, इस संबंध में पीएमओ की ओर से आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति की प्रतीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस हृदयविदारक दुर्घटना में जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति वे संवेदना प्रकट करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक अनुमान है कि तेज रफ्तार, लेन उल्लंघन और चालक की लापरवाही इसके पीछे प्रमुख कारण हो सकते हैं। प्रशासन ने हादसे के बाद सड़क सुरक्षा नियमों की समीक्षा करने और भारी वाहनों के संचालन पर सख्ती बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल खड़े करता है और यह याद दिलाता है कि नियमों की अनदेखी कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है।













