केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज संभावित ‘चक्रवात मोंथा’ के असर को देखते हुए तैयारियों की समीक्षा की। यह चक्रवात आने वाले दिनों में आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना के तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकता है। रेल मंत्रालय ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी संबंधित जोनों को सतर्क रहने और जरूरी एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
रेल मंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और सेवा संचालन में किसी प्रकार की बाधा न हो, इसके लिए रेलवे प्रशासन को हर स्तर पर तैयारी रखनी होगी। इस दौरान मंत्रालय ने सभी मंडलों में ‘वार रूम’ सक्रिय करने, आवश्यक सामग्री, मशीनरी और मानव संसाधन तैयार रखने के निर्देश दिए। विशेष रूप से विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और गुंटूर डिवीज़नों में राहत और पुनर्स्थापन कार्य के लिए अतिरिक्त दल तैनात किए जा रहे हैं।
रेल मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रेन संचालन की निगरानी 24 घंटे आधार पर की जाएगी, ताकि चक्रवात की स्थिति में यात्रियों को कम से कम असुविधा हो। आवश्यकता पड़ने पर ट्रेनों के मार्ग में बदलाव, गति नियंत्रण और अस्थायी रोक की व्यवस्था भी की जा सकती है
इसके साथ ही, ईस्ट कोस्ट रेलवे (ECoR), साउथ सेंट्रल रेलवे (SCR) और साउथ कोस्ट रेलवे (SCoR) ज़ोन को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में संसाधनों को सक्रिय करें, राहत सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करें और आपातकालीन प्रतिक्रिया दलों को तैनात रखें।
रेल मंत्री ने सभी जोनों से कहा कि राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करें ताकि किसी भी आपात स्थिति से समय पर निपटा जा सके।
रेलवे प्रवक्ता के अनुसार, मौसम विभाग की रिपोर्टों पर लगातार नजर रखी जा रही है। यात्रियों से भी अपील की गई है कि वे रेल सेवाओं से जुड़ी नवीनतम जानकारी के लिए रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया चैनलों पर नजर बनाए रखें।













