पटना कुशवाहा समाज ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के सामने अपनी सशक्त मांगें रख दी हैं। समाज के नेताओं ने साफ कहा है कि जिस तरह पिछले लोकसभा चुनाव में महागठबंधन ने कुशवाहा समाज को 7 टिकट देकर उचित प्रतिनिधित्व दिया था, उसी तरह विधानसभा चुनाव में कम-से-कम 30 टिकट दिए जाने चाहिए।
नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि कुशवाहा समाज की सामाजिक और शैक्षिक स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। इसके लिए या तो समाज को अतिपिछड़ा वर्ग (EBC) में शामिल किया जाए या अगड़ा वर्ग की तर्ज पर 10% आरक्षण की व्यवस्था की जाए।
सामाजिक न्याय की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने वाले कुशवाहा समाज ने यह भी प्रस्ताव रखा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर समाज से निर्वाचित विधायकों में से किसी एक को उपमुख्यमंत्री बनाया जाए। इस निर्णय को चुनाव से पहले सार्वजनिक करने की मांग की गई है।
नेताओं का कहना है कि कुशवाहा समाज का योगदान सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह न्याय, समानता और सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक है। समाज की ये मांगें न केवल उनके अधिकारों के लिए हैं बल्कि पूरे राज्य के संतुलित विकास की दिशा में एक कदम हैं।
