राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्तूबर को मनाए जाने वाले ‘स्वच्छ भारत दिवस’ की तैयारियों के तहत सहकारिता मंत्रालय ने आज से विशेष ‘स्वच्छोत्सव अभियान’ की शुरुआत की है। इस अवसर पर मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी ने दिल्ली स्थित अटल अक्षय ऊर्जा भवन परिसर में अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर स्वच्छता शपथ ली और स्वयं स्वच्छता अभियान में श्रमदान किया। इसके साथ ही उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत पौधारोपण भी किया और सभी कर्मचारियों से सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा अभियान
सहकारिता मंत्रालय ने इस अभियान को 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलाने की रूपरेखा तैयार की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में मंत्रालय इस अभियान को जन-आंदोलन का रूप देने के लिए देशभर की सहकारी समितियों और महासंघों को जोड़ रहा
अभियान की प्रमुख गतिविधियां
स्वच्छोत्सव अभियान के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम और पहलें की जाएंगी, जिनमें शामिल हैं:
लक्षित स्वच्छता इकाइयां (CTUs): ऐसे स्थलों की पहचान कर सफाई अभियान चलाया जाएगा जहां स्वच्छता की सबसे अधिक आवश्यकता है।
सार्वजनिक स्थलों की सफाई: पार्क, सड़कें, बाजार और अन्य जनोपयोगी स्थलों को स्वच्छ बनाने के लिए विशेष अभियान।
स्वच्छता कर्मियों के लिए स्वास्थ्य शिविर: सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
पर्यावरण अनुकूल त्योहार: कचरा कम करने और पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ उत्सवों का आयोजन।
जनजागरूकता कार्यक्रम: ‘वेस्ट टू आर्ट’, स्वच्छता शपथ और ‘रिड्यूस-रीयूज-रीसायकल (RRR)’ जैसी गतिविधियां।
‘एक दिन, एक घंटा, एक साथ’ पहल
इस अभियान के तहत 25 सितंबर 2025, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती के दिन, देशव्यापी विशेष स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य नागरिकों, सहकारी समितियों, कर्मचारियों और संगठनों को एकजुट कर स्वच्छता के लिए एक घंटा सामूहिक श्रमदान करने के लिए प्रेरित करना है। यह प्रयास न केवल सार्वजनिक स्थलों को स्वच्छ बनाएगा, बल्कि लोगों को स्वच्छता को जीवनशैली का हिस्सा बनाने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा।
गांधी जयंती पर व्यापक जनभागीदारी
2 अक्तूबर को आयोजित होने वाले स्वच्छ भारत दिवस पर विभिन्न राज्यों और संगठनों में जनसहभागिता के साथ बड़े स्तर पर स्वच्छता गतिविधियां होंगी। सहकारिता मंत्रालय ने राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, सहकारी समितियों और राष्ट्रीय महासंघों से इसमें सक्रिय भागीदारी की अपील की है।
लक्ष्य: स्वच्छता को जीवनशैली बनाना
इस वर्ष का स्वच्छोत्सव 2025 मंत्रालय के प्रयासों से और अधिक व्यापक एवं प्रभावी बनाने की योजना है। इसका उद्देश्य सहकारिता, सामूहिक जिम्मेदारी और जनभागीदारी के माध्यम से स्वच्छ, स्वस्थ और समृद्ध भारत का निर्माण करना है।
