ट्रंप को झटका!भारत में रूस के डिप्टी पीएम की संभावित यात्रा, 50% टैरिफ को लेकर पीएम मोदी के बड़े कदम की अटकलें

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रूस के डिप्टी प्रधानमंत्री दिमित्री पात्रुशेव जल्द ही नई दिल्ली का दौरा करने वाले हैं। उनका यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% तक का भारी टैरिफ लगाने का फैसला किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि पात्रुशेव की यह यात्रा भारत और रूस के बीच आर्थिक व रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में अहम भूमिका निभा सकती है।
अमेरिकी टैरिफ का झींगा व्यापार पर असर…

अब तक अमेरिका भारतीय झींगा का सबसे बड़ा बाजार रहा है, जहां हर साल अरबों डॉलर का निर्यात होता है। लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए 50% तक के टैरिफ के बाद इस व्यापार पर गंभीर असर पड़ा है। अनुमान है कि अतिरिक्त शुल्क के चलते भारतीय झींगा पर कुल टैरिफ दर 58% से अधिक हो सकती है।

रूस बन सकता है भारतीय झींगे का नया ठिकाना…

भारतीय झींगा निर्यातकों को अब अमेरिका में इक्वाडोर, इंडोनेशिया, वियतनाम और चीन जैसे देशों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि रूसी बाजार भारत के लिए एक नया और स्थायी विकल्प बन सकता है, जो अमेरिकी निर्भरता को कम करने में मददगार होगा। पात्रुशेव की यात्रा के दौरान, वे भारत के प्रमुख मंत्रियों से मुलाकात कर सकते हैं और व्यापारिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में बातचीत कर सकते हैं। यह यात्रा दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को नई दिशा देने का काम कर सकती है।

खास बात यह है कि यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका, रूस पर दबाव बनाने के लिए भारत के खिलाफ टैरिफ और बढ़ाने की धमकी दे रहा है। ऐसे में पात्रुशेव का भारत दौरा केवल आर्थिक नहीं, बल्कि भूराजनीतिक संतुलन की दृष्टि से भी रणनीतिक कदम माना जा रहा है।

शुक्रवार को G-7 समूह के देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में अमेरिका ने भारत और चीन के खिलाफ टैरिफ लगाने की मांग की थी। बैठक में शामिल अमेरिकी विदेश मंत्री स्कॉट बेसेंट ने बताया कि उन्होंने चर्चा के दौरान कहा कि जी-7 को रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने में अमेरिका के साथ शामिल होना चाहिए।

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