नई दिल्ली। टीम इंडिया की जर्सी पर प्रमुख स्पॉन्सर रही फैंटेसी-गेमिंग कंपनी ड्रीम11 ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के साथ चल रहे अनुबंध को बीच में ही खत्म कर दिया है। यह फैसला संसद में हाल ही में पास हुए नए ऑनलाइन-गेमिंग कानून के बाद लिया गया, जिसमें रियल-मनी गेमिंग और उससे जुड़े विज्ञापनों पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है।
कानून का असर
नए नियमों के तहत अब रियल-मनी ऑनलाइन गेम्स का संचालन और प्रचार-प्रसार पूरी तरह वर्जित हो गया है। ड्रीम11 का मुख्य व्यवसाय फैंटेसी स्पोर्ट्स और ऑनलाइन प्रतियोगिताओं पर आधारित था, ऐसे में कंपनी को भारत में अपना संचालन रोकना पड़ा। यही वजह रही कि उसने BCCI के साथ ₹358 करोड़ का स्पॉन्सरशिप करार आगे जारी रखने में असमर्थता जताई।
अनुबंध का विशेष क्लॉज़
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ड्रीम11 और BCCI के बीच हुए समझौते में एक ऐसा क्लॉज़ शामिल था जिसमें कहा गया था कि अगर किसी नए कानून या सरकारी आदेश के कारण अनुबंध को पूरा करना असंभव हो जाए, तो कंपनी को जुर्माना या दंड नहीं देना होगा। इस वजह से ड्रीम11 ने करार खत्म करने के बावजूद BCCI के संभावित आर्थिक दंड से खुद को बचा लिया।
BCCI का रुख
BCCI अधिकारियों ने कहा है कि बोर्ड किसी भी तरह से कानून का उल्लंघन नहीं करेगा और अब नए स्पॉन्सर की तलाश जल्द शुरू की जाएगी। चूँकि एशिया कप 2025 करीब है, ऐसे में नए जर्सी पार्टनर को समय पर ढूंढ़ना बोर्ड के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
असर और आगे का रास्ता
ड्रीम11 के हटने से बोर्ड की स्पॉन्सरशिप आय पर असर पड़ना तय है। वहीं, ऑनलाइन-गेमिंग उद्योग पर भी इसका व्यापक प्रभाव दिखने लगा है। कई स्टार्टअप्स और निवेशक इस कानून से प्रभावित हो सकते हैं। फिलहाल BCCI और ड्रीम11 के बीच बातचीत जारी है और दोनों पक्ष अनुबंध की औपचारिकताओं को पूरा कर रहे हैं।
