नई दिल्ली, 22 अगस्त 2025: भारतीय मूल के उद्योगपति और परोपकारी लॉर्ड स्वराज पॉल का 94 वर्ष की आयु में लंदन में निधन हो गया। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि भारत और ब्रिटेन के रिश्तों को मजबूत बनाने में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।
पीएम मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा कि स्वराज पॉल का जीवन उद्योग, परोपकार और समाजसेवा का अद्भुत उदाहरण है। उन्होंने भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों को नई ऊंचाई देने में अहम भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री ने उनके परिवार और अनुयायियों के प्रति गहरी संवेदना जताई।
जालंधर से ब्रिटेन तक का सफर
स्वराज पॉल का जन्म 18 फरवरी 1931 को पंजाब के जालंधर में हुआ था। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे ब्रिटेन चले गए और वहां उन्होंने कैपारो ग्रुप (Caparo Group) की स्थापना की। यह समूह इस्पात, इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बड़ा नाम बना।
उद्योगपति से परोपकारी तक
व्यवसाय में सफलता के साथ-साथ स्वराज पॉल परोपकार और शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे। उन्होंने कई संस्थानों को दान और सहयोग दिया। उनके योगदान को देखते हुए उन्हें ब्रिटेन की संसद के हाउस ऑफ लॉर्ड्स का सदस्य बनाया गया, जहां वे लंबे समय तक सक्रिय रहे।
अंतिम संस्कार की तैयारियाँ
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, स्वराज पॉल लंबे समय से बीमार चल रहे थे और लंदन के एक अस्पताल में उनका निधन हुआ। परिवार की ओर से अंतिम संस्कार और श्रद्धांजलि से संबंधित विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी।
निष्कर्ष:
लॉर्ड स्वराज पॉल का निधन न केवल भारत और ब्रिटेन के कारोबारी व सामाजिक जगत के लिए एक बड़ी क्षति है, बल्कि उन्हें भारत-ब्रिटेन संबंधों के एक मजबूत सेतु के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।
