दिल्ली के रेड फोर्ट क्षेत्र के पास हुए कार धमाके की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बार फिर कार्रवाई तेज कर दी है। जांच को आगे बढ़ाते हुए एजेंसी ने सोमवार सुबह जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। यह कार्रवाई एक समन्वित अभियान के रूप में की गई, जिसके तहत कुल आठ ठिकानों पर एक साथ तलाशी ली गई। NIA की टीमें स्थानीय पुलिस के सहयोग से उन स्थानों पर पहुंचीं जिनके बारे में आशंका जताई गई थी कि वे दिल्ली धमाके से जुड़े संदिग्धों, उनके संपर्कों या किसी तरह के सपोर्ट नेटवर्क से संबंध रखते हैं।
सूत्रों के अनुसार छापेमारी जिन इलाकों में केंद्रित रही, उनमें शोपियां, पुलवामा और कुलगाम के कई गांव प्रमुख थे। नादिगाम, मलंगपोरा, कोइल, चंदगाम और समबूरा जैसे क्षेत्रों में एजेंसी ने घरों और परिसरों की गहन तलाशी ली। इस दौरान कई व्यक्तियों से पूछताछ की गई और डिजिटल उपकरण, दस्तावेज़ तथा अन्य संभावित सबूत कब्जे में लिए गए। जांच एजेंसी का मानना है कि इन स्थानों से जुटाए गए डेटा और सामग्री से उस नेटवर्क के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारियां मिल सकती हैं जिसकी भूमिका धमाके की साजिश में होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि यह नेटवर्क ‘व्हाइट कलर मॉड्यूल’ जैसा प्रतीत होता है, जो अपने गतिविधियों को छिपाने के लिए सामान्य नागरिक जीवन की आड़ ले सकता था।
गौरतलब है कि दिल्ली में हुआ कार धमाका पिछले महीने सुर्खियों में आया था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने इसकी जांच NIA को सौंप दी थी। शुरुआती जांच में कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया और उनकी कड़ियाँ जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों से जुड़ती दिखीं। इन्हीं लीड्स को आगे बढ़ाते हुए एजेंसी ने यह बड़ी छापेमारी की है, ताकि संदिग्धों के बीच संपर्क, हथियार या विस्फोटक सामग्री की आपूर्ति और घटना में शामिल अन्य लोगों की भूमिका का पता लगाया जा सके।
इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय स्तर पर कुछ राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं। कुछ पार्टियों ने चिंता जताई कि तलाशी अभियान के दौरान आम नागरिकों को परेशान न किया जाए और कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई हो। वहीं सुरक्षा एजेंसियों ने स्पष्ट किया कि सभी छापेमारियां ठोस इनपुट के आधार पर की गई हैं और किसी निर्दोष को निशाना बनाने का कोई सवाल नहीं है। प्रशासन ने भी स्थिति सामान्य बनाए रखने के लिए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।
NIA का यह तलाशी अभियान अभी जारी है और एजेंसी आने वाले दिनों में और भी कार्रवाई कर सकती है, यदि जुटाए गए सबूत नए खुलासों की ओर इशारा करते हैं। जांच से जुड़ी टीमें जब्त किए गए उपकरणों और दस्तावेज़ों का फॉरेंसिक विश्लेषण कर रही हैं ताकि धमाके के पीछे की पूरी साजिश का खुलासा किया जा सके और दोषियों को जल्द से जल्द कानून के कटघरे में लाया जा सके।













