गुजरात एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (ATS) ने शनिवार रात अहम कार्रवाई करते हुए तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार ये लोग हथियार सप्लाई के दौरान पकड़े गए और उन पर देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमले की साजिश रचने का आरोप है। एटीएस को इनकी गतिविधियों पर पिछले कई महीनों से शक था और गुप्त निगरानी के बाद इन्हें गांधीनगर के अडालज क्षेत्र से धर दबोचा गया। गिरफ्तारी के दौरान इनके पास से पिस्तौल, कारतूस और कुछ अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।
एटीएस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों की पहचान डॉ. अहमद मोहीउद्दीन सैयद, मोहम्मद सुहेल और आज़ाद के रूप में हुई है। तीनों आरोपी कथित तौर पर देशभर में हथियार सप्लाई नेटवर्क चलाने में शामिल थे और इनके विदेशी आतंकवादी संगठनों से संपर्क होने की आशंका जताई जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि ये संदिग्ध कुछ संवेदनशील स्थानों की रेकी कर चुके थे और देश में किसी बड़े आतंकी हमले की योजना बना रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक एटीएस ने इन संदिग्धों को एक गुप्त ऑपरेशन के दौरान पकड़ा, जब वे हथियारों की डिलीवरी करने पहुंचे थे। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे इलाके को घेर लिया और बिना किसी गोलीबारी के तीनों को हिरासत में ले लिया। बरामद हथियारों की जांच चल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये कहां से लाए गए थे और किन लोगों तक पहुंचाए जाने थे।
जांच एजेंसियां अब आरोपियों के मोबाइल, बैंक लेन-देन और कॉल रिकॉर्ड खंगाल रही हैं ताकि उनके नेटवर्क और संभावित विदेशी संपर्कों का पता लगाया जा सके। इस ऑपरेशन में एटीएस के साथ केंद्रीय एजेंसियों का भी सहयोग लिया जा रहा है। प्रारंभिक पूछताछ में यह संकेत मिले हैं कि तीनों संदिग्धों का संबंध देश के बाहर बैठे कुछ आतंकी संगठनों से हो सकता है।
एटीएस अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम है क्योंकि गिरफ्तार किए गए लोग लंबे समय से गुप्त रूप से सक्रिय थे। जांच पूरी होने के बाद आरोपियों पर गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम (UAPA) और शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जाएगा। फिलहाल तीनों संदिग्धों से पूछताछ जारी है और एजेंसियां उनके अन्य साथियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं।
यह गिरफ्तारी एटीएस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है क्योंकि समय रहते एक संभावित आतंकी हमले को टाल दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद गुजरात और पड़ोसी राज्यों में सुरक्षा और सतर्कता बढ़ा दी गई है।













