बिहार के दरभंगा में आयोजित कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन मोदी के खिलाफ अपमानजनक नारे लगाने का मामला तूल पकड़ गया है। इस घटना पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस को घेरा है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधते हुए माफी की मांग की है।
घटना कैसे हुई?
दरभंगा में हुई कांग्रेस की यात्रा के दौरान कुछ लोगों द्वारा लगाए गए नारे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मां के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी सुनाई दी। घटना सामने आते ही भाजपा नेताओं ने इसे कांग्रेस की मानसिकता बताया और विरोध दर्ज कराया। वहीं, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति रिज़वी राजा को गिरफ्तार किया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
अमित शाह का तीखा हमला
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि –
“यदि राहुल गांधी में थोड़ी भी शर्म बाकी है तो उन्हें न सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी से बल्कि उनकी दिवंगत माता से भी माफी मांगनी चाहिए।”
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब राजनीतिक मुद्दों पर बहस करने के बजाय व्यक्तिगत हमलों और अपमानजनक भाषा का सहारा ले रही है। उन्होंने कांग्रेस की यात्रा को ‘घुसपैठियों और आतंकवादियों को बचाने वाली यात्रा’ तक करार दिया और कहा कि जनता ऐसे बयानों को कभी स्वीकार नहीं करेगी।
कांग्रेस का पक्ष और स्थानीय प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने इस घटना से दूरी बना ली है। पार्टी नेताओं का कहना है कि ये नारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से नहीं बल्कि कुछ अराजक तत्वों द्वारा लगाए गए थे। स्थानीय कांग्रेस नेता मोहम्मद नौशाद, जो इस कार्यक्रम के आयोजक थे, ने भी सफाई देते हुए कहा कि वे मौके पर मौजूद नहीं थे, लेकिन घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिए उन्होंने खेद व्यक्त किया।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी से जब इस विवाद पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में आलोचना और विरोध का सामना करना पड़ता है। उन्होंने अपमानजनक नारों की सीधी निंदा तो नहीं की, लेकिन संकेत दिया कि राजनीतिक बहस मुद्दों पर होनी चाहिए, न कि व्यक्तिगत अपमान तक पहुँचे।
पुलिस की कार्रवाई
दरभंगा पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है। पुलिस का कहना है कि घटना की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
राजनीतिक मायने
इस विवाद ने बिहार और राष्ट्रीय राजनीति में नया रंग भर दिया है।भाजपा इस मुद्दे को कांग्रेस की “गिरती राजनीतिक संस्कृति” से जोड़कर जनता के बीच ले जा रही है।
कांग्रेस बचाव की मुद्रा में है और कह रही है कि यह पार्टी की आधिकारिक लाइन नहीं है।
स्थानीय स्तर पर इस घटना को लेकर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में तनाव भी देखने को मिला।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी और उनकी दिवंगत मां के खिलाफ लगाए गए अपमानजनक नारों ने न केवल राजनीतिक बहस को गरमा दिया है बल्कि कांग्रेस को भी मुश्किल स्थिति में डाल दिया है। अमित शाह की तीखी प्रतिक्रिया और माफी की मांग से यह विवाद और गहरा गया है। अब देखना होगा कि पुलिस जांच और राजनीतिक बयानबाजी के बाद यह मामला किस दिशा में जाता है।
