बिहार में सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी नेपाल के रास्ते बिहार में दाखिल हुए हैं। इस सूचना के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय ने तुरंत सभी जिलों में हाई-अलर्ट घोषित कर दिया है।
पुलिस ने जिन तीन संदिग्ध आतंकियों की पहचान सार्वजनिक की है, उनमें हसनैन अली (रावलपिंडी), आदिल हुसैन (उमरकोट) और मोहम्मद उस्मान (बहावलपुर) शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ये लोग हाल ही में काठमांडू पहुंचे और वहां से नेपाल-भारत सीमा पार कर बिहार में दाखिल हुए। पुलिस ने इनके पासपोर्ट और तस्वीरों से जुड़ी जानकारियाँ भी साझा की हैं ताकि स्थानीय स्तर पर पहचान सुनिश्चित की जा सके।
सुरक्षा कारणों से राज्य के तमाम संवेदनशील इलाकों और सीमावर्ती जिलों में निगरानी कड़ी कर दी गई है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डे और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। साथ ही, स्पेशल टास्क फोर्स, खुफिया एजेंसियाँ और स्थानीय पुलिस मिलकर तलाशी अभियान चला रही हैं।
बिहार पुलिस ने आम नागरिकों से भी सतर्क रहने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति या गतिविधि पर संदेह हो तो तुरंत नजदीकी थाने या कंट्रोल रूम को सूचना दें। इसके साथ ही लोगों से यह भी कहा गया है कि वे किसी भी तरह की अपुष्ट अफवाह सोशल मीडिया पर न फैलाएँ, क्योंकि इससे जांच में बाधा आ सकती है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि नेपाल और भारत की खुली सीमा लंबे समय से सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील रही है। कई बार आतंकवादी संगठन इस रास्ते का इस्तेमाल कर चुके हैं, और यही कारण है कि खुफिया एजेंसियाँ लगातार सतर्क रहती हैं। मौजूदा मामले में भी सुरक्षा एजेंसियाँ सक्रिय हैं और आतंकियों की तलाश के लिए हर स्तर पर छानबीन जारी है।
फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक तीनों संदिग्धों की मौजूदगी और गतिविधियों की पुष्टि नहीं हो जाती, तब तक राज्य में हाई-अलर्ट की स्थिति बनी रहेगी।
