गोवा: भारत एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर बड़ा आयोजन करने जा रहा है। FIDE वर्ल्ड कप 2025 का आयोजन इस वर्ष 30 अक्तूबर से 27 नवम्बर तक गोवा में होगा। शतरंज की यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता नॉकआउट प्रारूप में खेली जाएगी, जिसमें कुल 206 खिलाड़ी भाग लेंगे।
पुरस्कार राशि और टूर्नामेंट का महत्व
इस विश्व कप का कुल इनामी धनराशि लगभग 20 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब ₹17.5 करोड़) तय की गई है। प्रतियोगिता के विजेताओं को केवल धनराशि ही नहीं, बल्कि आने वाले Candidates Tournament 2026 के लिए तीन सीधे प्रवेश टिकट भी मिलेंगे। यह वही टूर्नामेंट है जिससे वर्ल्ड चेस चैम्पियनशिप का दावेदार तय होता है।
भारतीय खिलाड़ियों से उम्मीदें
भारत में शतरंज तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। युवा ग्रांडमास्टर डी. गुकेश, आर. प्रज्ञानानंदा और अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि घरेलू दर्शकों के सामने खेलना भारतीय खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को और मजबूत करेगा।
गोवा की मेजबानी और स्थानीय प्रभाव
FIDE और भारतीय आयोजकों ने गोवा को इस विश्व कप की मेजबानी के लिए चुना है। समुद्री तटों की खूबसूरती, अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं और सांस्कृतिक विविधता गोवा को उपयुक्त स्थल बनाती हैं। पर्यटन उद्योग और स्थानीय अर्थव्यवस्था को इस आयोजन से खासा लाभ होने की संभावना है।
सरकार और खेल नेतृत्व की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घोषणा पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि भारत में शतरंज का आधार मजबूत हो रहा है और यह आयोजन युवाओं को नई प्रेरणा देगा। वहीं खेल मंत्रालय और राज्य सरकार ने इसे भारत की खेल शक्ति को प्रदर्शित करने का अवसर बताया है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
यह अवसर इसलिए भी खास है क्योंकि भारत में शतरंज विश्व कप लगभग 23 साल बाद लौट रहा है। पिछली बार 2003 में भारत में इस स्तर की प्रतियोगिता आयोजित हुई थी। अब एक बार फिर यह आयोजन भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय पहचान को मजबूत करेगा।
आगे की तैयारियाँ
FIDE ने बताया है कि प्रतिभागियों की विस्तृत सूची, मैचों का शेड्यूल, टिकट बुकिंग और प्रसारण से जुड़ी जानकारी जल्द ही जारी की जाएगी। आयोजन स्थल को लेकर प्रशासन और आयोजक तैयारियों में जुट गए हैं ताकि दर्शकों और खिलाड़ियों को सर्वोत्तम अनुभव मिल सके।
