नई दिल्ली। एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले हाई-वोल्टेज मुकाबले पर अब राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस मैच का टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सीधा प्रसारण रोका जाए। उनका कहना है कि मौजूदा हालात में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना और उसका सीधा प्रसारण करना जनभावना के खिलाफ है।
सांसद का पत्र और तर्क
प्रियंका चतुर्वेदी ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री और इलेक्ट्रॉनिक्स-आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर कहा है कि –
हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरा देश सरकार के साथ खड़ा रहा, ऐसे में पाकिस्तान से मैच दिखाना “देश की अपेक्षाओं के साथ विश्वासघात” होगा।
पाकिस्तान की टीम ने पहले भी एशिया हॉकी कप में भारत में खेलने से इनकार किया था, इसलिए भारत को भी “नैतिक साहस” दिखाना चाहिए।
उन्होंने उदाहरण दिए कि कैसे रंगभेद के दौर में दक्षिण अफ्रीका का बहिष्कार किया गया था और कई ओलंपिक खेलों का बहिष्कार देशों ने किया था।
सरकार और खेल मंत्रालय का रुख
सरकार ने साफ किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज़ पर रोक जारी रहेगी। लेकिन बहुपक्षीय टूर्नामेंट—जैसे एशिया कप या वर्ल्ड कप—में टीम इंडिया हिस्सा लेती रहेगी। इसका मतलब है कि 14 सितंबर को दुबई में होने वाला IND vs PAK मुकाबला तय कार्यक्रम के अनुसार खेला जाएगा और उसका प्रसारण भी होगा।
कानूनी पहलू
कानून विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार चाहे तो आईटी अधिनियम की धारा 69A के तहत किसी डिजिटल स्ट्रीमिंग को ब्लॉक कर सकती है। वहीं केबल टेलीविज़न नेटवर्क अधिनियम के तहत प्रसारण पर अस्थायी रोक लगाई जा सकती है, लेकिन किसी अंतरराष्ट्रीय खेल मुकाबले के प्रसारण पर प्रतिबंध असाधारण कदम होगा और इसके लिए ठोस आधार चाहिए।
एशिया कप का कार्यक्रम
टूर्नामेंट: एशिया कप 2025 (टी20 प्रारूप)
तारीख: 9 से 28 सितंबर 2025
भारत vs पाकिस्तान मैच: 14 सितंबर 2025, दुबई में
निष्कर्ष
प्रियंका चतुर्वेदी की यह मांग राजनीतिक बहस का विषय बन गई है। एक ओर उनका कहना है कि जनभावना और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र मैच का प्रसारण रोकना चाहिए, वहीं सरकार और बीसीसीआई का रुख साफ है कि बहुपक्षीय टूर्नामेंट में मुकाबले और प्रसारण जारी रहेंगे। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस पर सरकार कोई कदम उठाती है या नहीं।
