रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर भीषण मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं। बीती रात से लेकर सुबह तक जारी रहे हमलों में यूक्रेन के कई शहरों में रिहायशी इलाकों, बिजली संयंत्रों और औद्योगिक ठिकानों को निशाना बनाया गया। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए हैं। कई जगहों पर इमारतें ध्वस्त हो गईं और आग लगने की घटनाएं भी सामने आईं।
पश्चिमी यूक्रेन के लविव (Lviv) शहर में इन हमलों का सबसे ज्यादा असर देखा गया। यहां ड्रोन और मिसाइल हमले के चलते चार लोगों की मौत हुई, जिनमें एक 15 वर्षीय किशोरी भी शामिल है। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, हमलों के कारण कई आवासीय इमारतों और औद्योगिक स्थलों में आग भड़क उठी। धमाकों से पूरे शहर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और आपात सेवाओं को राहत कार्यों में जुटा दिया गया।
दक्षिणी क्षेत्र ज़ापोरिज्जिया (Zaporizhzhia) में भी एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। हमलों से वहां के ऊर्जा ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे हजारों घरों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। रिपोर्टों के अनुसार, करीब 70,000 से अधिक उपभोक्ता बिजली कटौती से प्रभावित हुए हैं। हमलों के चलते सर्दियों से पहले यूक्रेन के नागरिकों के सामने ऊर्जा संकट गहराने का खतरा बढ़ गया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। उन्होंने बताया कि रूस ने सैकड़ों ड्रोन और दर्जनों मिसाइलें दागीं, जिनका लक्ष्य नागरिक क्षेत्रों और बिजली संयंत्रों को कमजोर करना था। जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से अपील की है कि वे यूक्रेन की हवाई सुरक्षा प्रणाली को और मजबूत करने में मदद करें। उन्होंने कहा कि रूस सर्दियों के मौसम को ‘हथियार’ के रूप में इस्तेमाल कर रहा है ताकि यूक्रेन के लोगों की तकलीफें बढ़ाई जा सकें।
हमलों का असर केवल मानवीय नुकसान तक सीमित नहीं रहा। परिवहन व्यवस्था, औद्योगिक परिसरों और बिजली नेटवर्क को भी भारी नुकसान हुआ है। कई इलाकों में रेलवे सेवाएं बाधित हुईं और संचार नेटवर्क ठप पड़ गए। इस बीच, पड़ोसी देश पोलैंड ने अपनी वायुसेना को अलर्ट पर रखा है, क्योंकि कुछ मिसाइलें उसके सीमा क्षेत्र के नजदीक भी गिरीं। नाटो देशों ने भी इस हमले पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
वर्तमान में राहत और बचाव कार्य जारी हैं। यूक्रेन के आपात विभाग के अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हैं। ऊर्जा विभाग बिजली बहाली के प्रयास कर रहा है, जबकि अस्पतालों में घायलों का इलाज किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने रूस से तत्काल हमले रोकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
