प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजा में शांति स्थापित करने की दिशा में चल रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि भारत उन सभी कोशिशों का समर्थन करता है जो टिकाऊ और न्यायसंगत शांति की ओर ले जाती हैं। पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक संदेश में कहा कि गाजा में बंधकों की रिहाई का संकेत एक सकारात्मक और निर्णायक कदम है। उनके अनुसार यह विकास न सिर्फ संघर्ष विराम की दिशा में बल्कि मानवीय संकट के समाधान में भी अहम साबित हो सकता है।
मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत केवल कूटनीतिक समर्थन ही नहीं बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी हर पहल के साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने जोर दिया कि इस तरह के प्रयास मासूम नागरिकों की जान बचाने और उन्हें सुरक्षित वातावरण दिलाने के लिए आवश्यक हैं। भारत की विदेश नीति हमेशा से संघर्षों के समाधान के लिए संवाद और शांति-स्थापना पर बल देती रही है और यही कारण है कि पीएम मोदी ने इन कोशिशों की सराहना की।
पिछले दिनों अमेरिका की ओर से शांति योजना पर जोर दिया गया था और कुछ मध्यस्थ देशों के सहयोग से बंधकों की रिहाई की संभावना बनी। रिपोर्टों के अनुसार इस पहल को लेकर संघर्षरत पक्षों के बीच कुछ हद तक सहमति बनी है। इस प्रगति को लेकर कई देशों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और इसे मध्यपूर्व की अस्थिर स्थिति को बदलने वाला कदम माना। पीएम मोदी का बयान इसी वैश्विक प्रतिक्रिया की पंक्ति में है, जिसमें भारत ने साफ किया है कि वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर हर उस पहल का साथ देगा जो खून-खराबा रोक सके और मानवीय संकट को कम कर सके।
विदेश मंत्रालय ने भी अपने बयानों में स्पष्ट किया है कि भारत हमेशा मानवीय मूल्यों के साथ खड़ा है। भारत न केवल कूटनीतिक समर्थन दे रहा है बल्कि जरूरत पड़ने पर मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए भी तैयार है। भारतीय कूटनीति की यह नीति अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उसकी सकारात्मक छवि को और मजबूत करती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पीएम मोदी का यह रुख भारत की वैश्विक स्थिति को और स्पष्ट करता है। यह संदेश है कि भारत न केवल एशिया बल्कि पूरे विश्व में शांति और स्थिरता का पक्षधर है। हालांकि क्षेत्र में चुनौतियाँ अब भी मौजूद हैं—संघर्षविराम का स्थायी होना, हिंसा पर नियंत्रण और वास्तविक राजनीतिक समाधान—लेकिन भारत ने यह संकेत दे दिया है कि वह हर रचनात्मक पहल का हिस्सा बनने को तैयार है।
इस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजा में शांति बहाली की दिशा में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की कोशिशों को “निर्णायक कदम” करार देते हुए वैश्विक समुदाय से अपील की कि सभी देशों को इस दिशा में मिलकर काम करना चाहिए। भारत की यह स्थिति न सिर्फ मध्यपूर्व बल्कि वैश्विक स्तर पर शांति और स्थिरता के लिए उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
