यमुना का जलस्तर बढ़ा, दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात; फसलों की तबाही देखने कल पंजाब पहुँचेंगे कृषि मंत्री

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उत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक बारिश और बाढ़ ने कहर मचाया है। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और निचले इलाकों में पानी घुसने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वहीं, पंजाब में खेत-खलिहान जलमग्न हो चुके हैं और फसल को भारी नुकसान पहुँचा है। स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान कल पंजाब का दौरा करेंगे।

दिल्ली में हालात गंभीर

दिल्ली-एनसीआर में हुई भारी बारिश के बाद कई प्रमुख सड़कें और अंडरपास जलमग्न हो गए हैं। पुराने पुल के आसपास यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुँच गया है, जिससे प्रशासन ने आपात इंतजाम शुरू कर दिए हैं। जगह-जगह जाम और जलभराव से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। दिल्ली सरकार ने नागरिकों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है और मौसम विभाग ने यलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

पहाड़ों में भूस्खलन और तबाही

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी हिस्सों में तेज़ बरसात के चलते भूस्खलन की घटनाएँ बढ़ गई हैं। कई राजमार्ग बंद हो गए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। नदियाँ उफान पर हैं और निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। कुछ जगहों पर घर ढहने और जनहानि की खबरें भी सामने आई हैं।

पंजाब की स्थिति और केंद्रीय दौरा

पंजाब के कई जिलों में लगातार बारिश के कारण खेत जलमग्न हो गए हैं और धान समेत अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुँचा है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई घरों में पानी भर गया है और लोग अस्थायी शिविरों में शरण ले रहे हैं। केंद्र सरकार ने राहत कार्य तेज़ करने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान कल राज्य का दौरा करेंगे और प्रभावित किसानों व अधिकारियों से मुलाकात कर स्थिति का आकलन करेंगे।

जीवन पर असर

बारिश और जलभराव के कारण दिल्ली-एनसीआर के कई स्कूल बंद कर दिए गए हैं। कई निजी कंपनियों ने कर्मचारियों को वर्क-फ्रॉम-होम की सुविधा दी है। मेट्रो और सड़क परिवहन पर भी असर पड़ा है। हवाई उड़ानों में भी देरी की खबरें मिली हैं।

राहत और बचाव कार्य

एनडीआरएफ, राज्य आपदा प्रबंधन बल और स्थानीय प्रशासन की टीमें प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में लगी हैं। निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। किसानों की फसल-क्षति का आकलन किया जा रहा है और जल्द ही मुआवज़े की घोषणा की संभावना है।

प्रशासन की अपील

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे और निचले इलाकों में न जाएँ। बिजली के तारों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। लोगों को केवल आवश्यक होने पर ही बाहर निकलने की सलाह दी गई है।

 

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