नई दिल्ली, 9 अगस्त 2025 — भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के बीच केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को स्पष्ट कहा कि “भारत किसी के आगे नहीं झुकेगा” और देश अपने आर्थिक व राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
गोयल ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि भारत आज तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और वैश्विक चुनौतियों के बावजूद आत्मनिर्भरता, उत्पादन वृद्धि और निर्यात क्षमता को मजबूत करने पर ध्यान दे रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कृषि, डेयरी और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में भारत किसी भी बाहरी दबाव के आगे समझौता नहीं करेगा।
अमेरिका-भारत टैरिफ विवाद का पृष्ठभूमि
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत पर अतिरिक्त 25% आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है, जिससे कुछ वस्तुओं पर कुल टैरिफ 50% तक पहुंच सकता है। माना जा रहा है कि यह कदम भारत की रूस से तेल खरीद पर अमेरिकी आपत्ति के कारण उठाया गया है। इस फैसले के बाद दोनों देशों के बीच चल रही व्यापार वार्ताएं ठंडी पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
कौन से सेक्टर होंगे प्रभावित
विशेषज्ञों के अनुसार उच्च टैरिफ का असर मुख्य रूप से वस्त्र, आभूषण और कुछ पारंपरिक निर्यात क्षेत्रों पर पड़ेगा, जबकि दवाइयों, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऊर्जा उत्पादों पर इसका असर सीमित रहेगा। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि इससे भारत के निर्यात प्रवाह और विनिर्माण वृद्धि पर दबाव आ सकता है।
सरकार की तैयारी और आगे की रणनीति
सरकार ने संकेत दिया है कि वह निर्यातकों को राहत देने के लिए विशेष योजनाएं लाएगी, वैकल्पिक बाजारों पर ध्यान देगी और घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित करेगी। साथ ही, कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से अमेरिका के साथ संवाद बनाए रखने की भी कोशिश जारी रहेगी।
पीयूष गोयल ने कहा कि यह समय भारत के लिए आत्मनिर्भरता और वैकल्पिक व्यापार मार्ग खोजने का है, और सरकार किसी भी बाहरी दबाव के आगे झुकने के बजाय अपने हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएगी।
