दिल्ली को साफ-सुथरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी में बड़े पैमाने पर सफाई अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने खुद झाड़ू लगाकर जनता को संदेश दिया कि स्वच्छता सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है।
सीएम ने रिंग रोड, शालीमार बाग और कश्मीरी गेट इलाके में सफाई अभियान का शुभारंभ किया और लोगों से अपील की कि सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा न फेंके, दीवारों पर पोस्टर न चिपकाएं और अपनी गलियों को साफ-सुथरा रखने की आदत डालें। उन्होंने राजनेताओं से भी निवेदन किया कि वे प्रचार के लिए लगाए जाने वाले पोस्टर और बैनरों से शहर की खूबसूरती खराब न करें।
“कूड़े से आज़ादी” अभियान की शुरुआत
सरकार ने इस विशेष मुहिम को “दिल्ली को कूड़े से आज़ादी” नाम दिया है। अगले एक महीने तक यह अभियान राजधानी के हर इलाके में चलाया जाएगा। इसमें मोहल्लों, बाजारों, सरकारी दफ्तरों और यमुना घाटों पर विशेष सफाई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली को न केवल साफ किया जाए बल्कि स्वच्छता को एक निरंतर आदत में बदला जाए।
मंत्री और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी सड़कों पर
मुख्यमंत्री के साथ-साथ कई कैबिनेट मंत्री, महापौर और पार्षद भी इस अभियान में शामिल हुए। उन्होंने भी सड़कों पर झाड़ू लगाकर लोगों को प्रेरित किया। दिल्ली नगर निगम (MCD) और NDMC को सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए गए हैं।
विशेष ध्यान झुग्गियों और घाटों पर
अभियान के तहत झुग्गी-झोपड़ी इलाकों और अनधिकृत कॉलोनियों में हर सप्ताहांत सफाई अभियान चलाया जाएगा। वहीं यमुना घाटों और रिंग रोड जैसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों पर भी सफाई की विशेष व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही सरकारी दफ्तरों में पुराने रिकॉर्ड, ई-कचरे और टूटी-फूटी चीजों की सफाई का भी खाका तैयार किया गया है।
पुरस्कार और प्रोत्साहन योजना
सरकार ने इस मुहिम में RWAs (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन्स) और स्थानीय संगठनों को भी जोड़ने की योजना बनाई है। अभियान के दौरान सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली RWAs और विधानसभा क्षेत्रों को लाखों रुपये तक का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिए ‘before and after’ तस्वीरें अपलोड करने की व्यवस्था की गई है, ताकि साफ-सफाई का असर स्पष्ट रूप से सामने आए।
सीएम का स्पष्ट संदेश
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि यह अभियान केवल फोटो-ऑप या एक-दो दिन का दिखावा नहीं है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है और इसमें नागरिकों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों और सरकारी संस्थानों की साझा भागीदारी जरूरी है। सीएम ने आगे बताया कि सरकार कचरा वर्गीकरण, ई-कचरे के निस्तारण और नियमित निगरानी पर विशेष जोर देगी।
