प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की से टेलीफोन पर बातचीत की। यह वार्ता नेपाल में हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों और राजनीतिक अस्थिरता के बीच हुई, और दोनों नेताओं ने शांति, स्थिरता और द्विपक्षीय सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण विचार-विमर्श किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत में नेपाल में शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई और हाल की घटनाओं में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की। साथ ही, उन्होंने नेपाल के राष्ट्रीय दिवस की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री कार्की और नेपाल की जनता को शुभकामनाएं दीं।
इस वार्ता को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि उन्होंने सुशीला कार्की से गर्मजोशी से बातचीत की और शांति व स्थिरता बहाल करने के उनके प्रयासों में भारत की दृढ़ समर्थन की पुष्टि की।
नेपाल में हाल ही में ‘जनरेशन Z’ आंदोलन के तहत हुए प्रदर्शनों में भ्रष्टाचार और राजनीतिक असंतोष के खिलाफ आवाज उठाई गई थी। इन प्रदर्शनों में 70 से अधिक लोगों की जान गई और कई सरकारी भवनों को नुकसान पहुंचा। इस संकट के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया और सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। कार्की नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रह चुकी हैं और उन्हें भ्रष्टाचार विरोधी रुख और न्यायिक निष्पक्षता के लिए जाना जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत में नेपाल के साथ भारत के ऐतिहासिक और विशेष संबंधों को रेखांकित किया। उन्होंने साझा सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को क्षेत्रीय शांति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण बताया और द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री कार्की ने भारत के समर्थन के लिए मोदी का धन्यवाद किया और दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने आशा जताई कि नेपाल में शांति और स्थिरता बहाल करने के प्रयासों में भारत का सहयोग निरंतर बना रहेगा।
यह बातचीत दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, विशेषकर ऐसे समय में जब नेपाल राजनीतिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।
