पीएम मोदी ने पहली मिजोरम-दिल्ली ट्रेन का किया उट्घाटन बोले “जोरम आज फ्रंटलाइन से जुड़ गया, 2510 किमी का सफर तय करेगी”

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प्रधानमंत्री नरेंद्र 2 दिन से नॉर्थ ईस्ट दौरे पर हैं जिस दौरान उन्होंने आज सुबह आईजोल के लेंगपुई एयरपोर्ट से बैराबी-सायरंग रेलवे लाइन समेत 9000 करोड़ के प्रोजेक्ट का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने तीन ट्रेनों- आईजोल के सायरंग से दिल्ली (आनंद विहार राजधानी एक्सप्रेस), सायरंग से गुवाहाटी और सायरंग से कोलकाता की ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। पहली बार मिजोरम की इन तीनों लोकेशन से ट्रेन कनेक्टिविटि हुई है।
पीएम ने संभोड़ना के दौरान कहा। ..

जिसके बाद वे लोगो को सम्भोदित करते हुए कहने “लंबे समय से हमारे देश की कुछ राजनीतिक पार्टियां वोट बैंक पॉलिटिक्स कर रही हैं। जिन्होंने मिजोरम को अनदेखा किया, लेकिन आज मिजोरम फ्रंटलाइन में हैं”। इतना ही नहीं आगे बढ़ते हुए उन्होंने ये भी कहा कि मिजोरम का एक बड़ा रोल है हमारी नीति और आर्थिक कॉरिडोर में है। मिजोरम के लोगों ने हमेशा योगदान दिया, हमेशा प्रेरित किया। आज मिजोरम देश की विकास यात्रा में एक अहम भूमिका निभा रहा है।

मिज़ोरम पहली बार फ्रोंटलीने से जुड़ गया है….

सायरंग से दिल्ली ट्रेन की वजह से अब यह राज्य राष्ट्रीय राजधानी दिल्‍ली से सीधे जुड़ गया है। यह ट्रेन हफ्ते में एक दिन चलेगी और 2510 किमी का सफर 45 घंटे 30 मिनट तय करेगी। एवरेज स्पीड 57.81 किमी प्रति घंटे होगी।सायरंग-कोलकाता ट्रेन सप्ताह में 3 दिन चलेगी। कोलकाता से सायरंग के बीच की 1530 किमी की दूरी 31.15 घंटे में पूरी होगी। यह ट्रेन सप्ताह में शनिवार, मंगलवार और बुधवार को चलेगी। इस ट्रेन की एवरेज स्पीड 48.96 किमी प्रति घंटे होगी। सायरंग-गुवाहाटी ट्रेन सायरंग से दिन में 12:30 बजे चलेगी। आधी रात के बाद 2:30 बजे गुवाहाटी पहुंचेगी। इसके साथ एक मालगाड़ी भी सायरंग से निकलेगी देश के दूसरे हिस्सों को जोड़ेगी। अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।

राज्यपाल और राजनीतिक दलों ने जताई खुशी सबने मिज़रों को दी बधाई …

मिजोरम के राज्यपाल जनरल वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा की प्रधानमंत्री मोदी ने 11 साल पहले ही विजन दिया था कि विकास तभी होगा जब देश के दूर-दराज और सीमावर्ती इलाकों तक आधारभूत ढांचा पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि यह रेल लाइन मिजोरम को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगी और भविष्य में इसे म्यांमार सीमा तक भी बढ़ाया जा सकता है। मिजोरम की पार्टियां जोरम पीपल्स मूवमेंट (ZPM), मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) ने भी इस परियोजना का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे राज्य में आर्थिक विकास, व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

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